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0 हिन्दू एक्य वेदी ने दर्ज की शिकायतहिन्दू एक्य वेदी के संगठन सचिव श्री कुम्मनम राजशेखरन ने अरणाकुलम के जिला आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज करके ईसाई मतान्तरण में जुटे विदेशी पास्टर रैंडी और उनकी पत्नी किम्बरली बेसिन को तुरंत देश से बाहर भेजने की अपील की है।पुष्ट समाचारों के अनुसार अमरीकी पास्टर रैंडी केरल में मतान्तरण अभियान चला रहा है। उसकी पत्नी किम्बरली भी हिन्दुओं के मतान्तरण कार्यक्रमों में उसका सहयोग करती है। रैंडी का नाम भारत के शिकागो स्थित कोंसुलेट में काली सूची में दर्ज होने के बाद वह नए पासपोर्ट पर सान फ्रांसिसको और वाशिंगटन से वीसा प्राप्त करके भारत में ईसाईकरण के “व्यवसाय” के लिए आया है। नियमों के अनुसार व्यवसाय के लिए भारत आया व्यक्ति मजहबी कार्यक्रम नहीं आयोजित कर सकता। मगर रैंडी और किम्बरली के निर्देश पर पहले 6 मार्च को अरणाकुलम में और फिर 14-16 जून 2007 को अन्य शहरों में मतान्तरण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इनके साथ पांच अन्य विदेशी महिलाएं भी थीं। वे केरल में पर्यटक वीसा लेकर आई हैं मगर इसके सभी कायदे-कानूनों को ताक पर रखे हैं।पहले 2002 में भी रैंडी ने केरल में बिना अनुमति लिए सामूहिक मतान्तरण कार्यक्रम किए थे। इसी वजह से शिकागो स्थित भारतीय कोंसुलेट ने उसका नाम काली सूची में रखा था। मगर एक बार फिर वे वीसा प्राप्त करके कोच्चि में चकोलास अपार्टमेंट, कुडानूर, थेवारा में रह रहे हैं और इंटरनेशनल स्टेडियम, कल्लूर में एक दफ्तर भी खोल लिया है। केरल के विभिन्न ईसाईकरण अभियानों से रैंडी और किम्बरली जुड़े हैं और इनके कामों से समाज में दुराव, तनाव तथा दूरियां बढ़ रही हैं। ऐसे विदेशी भारत की सुरक्षा के लिए भी खतरा हो सकते हैं।शुरूआती जांच से पता चला है कि 17 जून को रैंडी और उसकी पत्नी पिरावम गए थे जहां पेरूमबावूर के पेंटाकोस्टल चर्च में उन्होंने हिन्दुओं को मतान्तरित करने का विस्तृत खाका तैयार किया था। वहां इनकी गुप्त बैठक उस मैथ्यु नामक व्यक्ति के साथ हुई थी जो राजस्थान की इमानुएल सोसायटी से जुड़ा बताया गया है और जिस पर हिन्दू विरोधी साहित्य छापने का आरोप है। हिन्दू एक्य वेदी के नेता ने जिला आयुक्त और पुलिस महानिदेशक से इस सम्बंध में तुरंत कार्रवाई करने और रैंडी व किम्बरली बेसिन तथा उन जैसे अन्य विदेशियों को तुरंत देश से बाहर भेजने का अनुरोध किया है।26
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