मुस्लिमों को आरक्षण
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

मुस्लिमों को आरक्षण

by
Jul 5, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 05 Jul 2006 00:00:00

राजनीति की बिसात-फिरदौस खानप्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने पिछले कुछ दिनों में अनेक अवसरों पर कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक का दर्जा हर हाल में बहाल रखा जाएगा, भले ही इसके लिए सरकार को संविधान में संशोधन क्यों न करना पड़े। प्रधानमंत्री के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। दरअसल गत 18 अप्रैल को दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी की अगुवाई में देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों के 27 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल ने डा. मनमोहन सिंह को नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा था। इस ज्ञापन में मुस्लिमों की शैक्षिक-आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने संबंधी अन्य मांगों के अलावा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक दर्जा बहाल रखने की भी पुरजोर मांग की गई थी। इसी मांग को प्राथमिकता देते हुए प्रधानमंत्री ने संविधान में संशोधन कराने तक की बात कह डाली। उन्होंने अन्य मांगों को भी गंभीरता से लेने की बात कही है। साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी माना कि अल्पसंख्यकों की समस्याओं के समाधान के लिए पूर्व की केन्द्र सरकारों ने कोई कारगर कदम नहीं उठाए।डा. मनमोहन सिंह की इस बात के लिए तो उनकी सराहना करनी ही पड़ेगी कि उन्होंने अपनी ही पार्टी की पूर्व सरकारों की इस मामले में पोल खोल दी। इस बात से शायद ही कोई असहमत हो कि कांग्रेस ने मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में ही इस्तेमाल किया, पर अब सवाल यह है कि क्या इस बार कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग सरकार मुसलमानों की समस्याओं को वास्तव में गंभीरता से लेगी? यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि चुनाव का माहौल बनते ही कुछ राजनीतिक पार्टियां ही नहीं, मुसलमानों का मसीहा होने का दावा करने वाले नेताओं को भी मुसलमानों की तकलीफें याद आने लगती हैं। यह मुसलमानों का दुर्भाग्य ही है कि आज भी देश में एक भी ऐसा मुस्लिम नेता नहीं है, जिसे वे अपना “नेता” मान सकें। इसी के चलते अपनी समस्याओं को हल कराने की आस में मुसलमानों को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव या लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान की तरफ ही देखना पड़ता है। पिछले कई दशकों से इन लोगों ने मुसलमानों को जो लालच देकर अपना स्वार्थ पूरा किया, वही काम अब मुस्लिम संगठन भी करना चाहते हैं।मुसलमानों में रूढ़ीवादी प्रथाएं आज भी कायम हैं। इन मुस्लिम नेताओं का ध्यान कभी इस तरफ क्यों नहीं गया? शरीयत के नाम पर महिलाओं को घर की चारदीवारी में कैद रखना कहां का इंसाफ है? कुरान का मनमाना अनुवाद कर कठमुल्ला अपनी “दुकानें” चला रहे हैं। कभी मुस्लिम संगठनों ने इसके खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई? मुसलमानों को जागरुक करने के लिए आज तक ऐसी कोई मुहिम नहीं चलाई गई, जिससे मुसलमानों को, खासकर मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में सही जानकारी हासिल हो सके?यह बात भी गले नहीं उतरती कि शैक्षिक और आर्थिक उत्थान मजहब के आधार पर मिले आरक्षण से ही हो सकता है। हकीकत में आरक्षण का फायदा आमतौर पर उच्च वर्ग ही उठाता है। जब तक आरक्षण मजहब या जाति के आधार पर होगा, तब तक इसके लक्ष्य को हासिल करना संभव नहीं है। यह कहना गलत न होगा कि मुसमलानों की समस्याओं को उचित तरीके से सामने लाया ही नहीं गया। 2001 की जनगणना के अनुसार भारत में मुसलमानों की साक्षरता दर 51.1 फीसदी है, जो कि अन्य समुदायों के मुकाबले काफी कम है। देश में आमतौर पर सभी वर्गों ने अपने समुदाय के लोगों की तरक्की के लिए काफी काम किया है, लेकिन मुस्लिम समाज का ऐसा कोई संगठन या नेता नजर नहीं आता जिसने सिवाय राजनीति करने के जमीनी स्तर पर कोई उल्लेखनीय काम किया हो।37

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

शाहिद खट्टर ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

मोदी का नाम लेने से कांपते हैं, पाक सांसद ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

ऑपरेशन सिंदूर पर बोले शशि थरूर– भारत दे रहा सही जवाब, पाकिस्तान बन चुका है आतंकी पनाहगार

ड्रोन हमले

पाकिस्तान ने किया सेना के आयुध भण्डार पर हमले का प्रयास, सेना ने किया नाकाम

रोहिंग्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब कुछ शेष नहीं: भारत इन्‍हें जल्‍द बाहर निकाले

Pahalgam terror attack

सांबा में पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिश नाकाम, बीएसएफ ने 7 आतंकियों को मार गिराया

S-400 Sudarshan Chakra

S-400: दुश्मनों से निपटने के लिए भारत का सुदर्शन चक्र ही काफी! एक बार में छोड़ता है 72 मिसाइल, पाक हुआ दंग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

शाहिद खट्टर ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

मोदी का नाम लेने से कांपते हैं, पाक सांसद ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

ऑपरेशन सिंदूर पर बोले शशि थरूर– भारत दे रहा सही जवाब, पाकिस्तान बन चुका है आतंकी पनाहगार

ड्रोन हमले

पाकिस्तान ने किया सेना के आयुध भण्डार पर हमले का प्रयास, सेना ने किया नाकाम

रोहिंग्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब कुछ शेष नहीं: भारत इन्‍हें जल्‍द बाहर निकाले

Pahalgam terror attack

सांबा में पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिश नाकाम, बीएसएफ ने 7 आतंकियों को मार गिराया

S-400 Sudarshan Chakra

S-400: दुश्मनों से निपटने के लिए भारत का सुदर्शन चक्र ही काफी! एक बार में छोड़ता है 72 मिसाइल, पाक हुआ दंग

भारत में सिर्फ भारतीयों को रहने का अधिकार, रोहिंग्या मुसलमान वापस जाएं- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

शहबाज शरीफ

भारत से तनाव के बीच बुरी तरह फंसा पाकिस्तान, दो दिन में ही दुनिया के सामने फैलाया भीख का कटोरा

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

बलूचिस्तान ने कर दिया स्वतंत्र होने का दावा, पाकिस्तान के उड़ गए तोते, अंतरिम सरकार की घोषणा जल्द

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies