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दिल्लीआत्मिक सुख का मार्ग दिखाता है श्रीगुरुजी दर्शन-शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, म.प्र.गत 14 अगस्त को जबलपुर (मध्य प्रदेश) में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था “शासन व्यवस्था एवं श्रीगुरुजी”। कार्यक्रम का आयोजन जबलपुर से लोकसभा सांसद श्री राकेश सिंह ने किया था। गोष्ठी के मुख्य वक्ता श्री गोपाल व्यास ने कहा कि शासन व्यवस्था का दायित्व आंतरिक शांति को बहाल रखकर देश को बाहरी आक्रमण से बचाना होता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और दर्शन से प्रेरित होकर श्रीगुरुजी ने अखण्ड मंडलाकार व्यवस्था की कल्पना की थी। इसमें व्यक्ति से लेकर समष्टि तक को शामिल किया गया है। शासन इस व्यवस्था का मात्र एक हिस्सा है। समारोह के मुख्य अतिथि एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता में सिर्फ शारीरिक सुख को सर्वोपरि माना गया है लेकिन श्रीगुरुजी का दर्शन हमें आत्मिक सुख का मार्ग दिखाता है। हमारी संस्कृति में समस्त चराचर में चेतना को स्थान दिया गया है। यही वजह है कि हम गो और नदियों को माता मानकर पूजते हैं। श्री चौहान ने कहा कि श्रीगुरुजी के विचारों पर चल कर वे मध्य प्रदेश को कल्याणकारी राज्य बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। गोष्ठी की अध्यक्षता स्वामी श्री अखिलेश्वरानन्द जी गिरि ने की। उन्होंने कहा कि श्रीगुरुजी का चिंतन राजनीतिक दांव-पेंच से दूर समस्त राष्ट्र के लिए था। उन्होंने हर ज्वलंत समस्या का समाधान निकाला। राष्ट्रीय और सामाजिक जीवन का कोई ऐसा पहलू नहीं था जो उनसे बच सका हो। कार्यक्रम के आयोजक एवं सांसद श्री राकेश सिंह ने कहा कि श्रीगुरुजी आज भी प्रासांगिक हैं। उनके विचार इतने स्पष्ट हैं कि इन पर कभी कोई मतभेद हो ही नहीं सकता। संगोष्ठी का संचालन प्रो. विनोद मिश्र ने किया। महापौर श्रीमती सुशीला सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ संगोष्ठी का समापन हुआ। -प्रतिनिधिहिन्दुत्व विश्व कल्याण की कामना करता है-देवेन्द्र स्वरूप, सुप्रसिद्ध इतिहासकारगत 20 अगस्त को श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर अग्रसेन भवन, त्रिनगर (दिल्ली) में “हिन्दुत्व : वैज्ञानिकता एवं प्रासांगिकता” विषय पर विचार गोष्ठी हुई। गोष्ठी के मुख्य वक्ता थे प्रसिद्ध इतिहासकार श्री देवेन्द्र स्वरूप। उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हिन्दुत्व कोई सम्प्रदाय या पूजा पद्धति नहीं, अपितु एक जीवनशैली है। हिन्दुत्व विश्व कल्याण की कामना करता है। इसलिए हिन्दुत्व पूरी दुनिया को शांति का मार्ग दिखा सकता है।”गोष्ठी की अध्यक्षता केन्द्रीय सतर्कता आयोग के पूर्व निदेशक श्री सुरेन्द्र मोहन बत्रा ने की। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व हमें यह सिखाता है कि सभी लोगों को प्रेमभाव के साथ मिलकर रहना चाहिए।मुख्य अतिथि एवं केन्द्रीय जांच ब्यूरो के पूर्व पुलिस अधीक्षक श्री बाबा राधाकान्त शरण ने कहा कि हिन्दुत्व संकीर्ण नहीं, बल्कि एक विशाल विचारधारा है। अंत में श्रीगुरुजी जन्मशती समिति, जिला अशोक विहार के अध्यक्ष श्री जीत सिंह “जीत” ने गोष्ठी में पधारे सभी लोगों का धन्यवाद किया। -प्रतिनिधिबेगूसराय में समरसता भोजगत 8 जुलाई को उत्तर बिहार के बेगूसराय जिले के पासोपुर कटहरिया ग्राम में सामूहिक सहभोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आस-पास के गांवों से आए करीब 500 लोगों ने एक साथ बैठकर भोजन किया। समारोह का आयोजन श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह समिति, बेगूसराय ने किया था। कार्यक्रम का उद्घाटन समिति के जिलाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डा. ए.के. राय ने किया।विशिष्ट अतिथि एवं विभाग प्रचारक श्री शुकदेव ने श्रीगुरुजी के जीवन के कई प्रेरणादायी प्रसंगों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि श्रीगुरुजी एक महान आध्यात्मिक पुरुष थे, जिन्होंने राष्ट्र यज्ञ में अपना सर्वस्व दान कर दिया। डा. ए.के. राय ने अपने संबोधन में कहा कि संघ का काम समाज के सभी वर्गों व जातियों को एक साथ लाने का है। राष्ट्रीय हित में विशाल उद्देश्य के लिए ऐसे समारोह की बहुत जरुरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री उपेन्द्र साहनी तथा मंच संचालन प्रखंड कार्यवाह श्री अरविन्द कुमार ने किया। -प्रतिनिधि29
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