|
बिहार युवाओं की सुनें तभी विश्व गुरु बनेगा भारत-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार13मई को पटना के भारत मंडपम् में विभिन्न विचारधाराओं के प्रतिनिधि पूज्य श्रीगुरुजी के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करने पहुंचे। इन प्रतिनिधियों में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार भी थे तो एक अन्य सत्र में बहुचर्चित नक्सली नेता डा. विनयन भी।पहले सत्र में “राष्ट्र की विसंगति, समस्या, कारण और निवारण” विषय पर विचार गोष्ठी सम्पन्न हुई। इसमें मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, रा.स्व.संघ की अ.भा. कार्यकारिणी के सदस्य श्री राममाधव तथा पूर्व न्यायमूर्ति राजेन्द्र प्रसाद ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने देश में अनेक तरह की चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती युवा मन के अंदर की बेचैनी है। इसके निवारण के बिना भारत को पुन: विश्व गुरु बनाना संभव नहीं है। उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि समाज का नवनिर्माण वही कर पायेंगे, जिनमें प्रखर राष्ट्रभक्ति का जज्बा, ध्येय के प्रति समर्पण तथा गरीबों के प्रति दर्द हो। श्री राममाधव ने कहा कि समाज में नैतिकता और समरसता स्थापित हो, इसके लिए संघ प्रयासरत है। विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री श्री हिमांशु कुमार वर्मा ने गोष्ठी की रूपरेखा रखी। इस अवसर पर श्री रामकिशोर पाठक, श्री नवल किशोर सिंह, डा. नरेन्द्र प्रसाद आदि उपस्थित थे।दूसरे सत्र में नक्सली नेता डा. विनयन ने कहा कि सामाजिक सद्भाव उस समाज में सम्भव नहीं जहां हिंसा, घृणा, आतंक, अपराध तथा अमीर गरीब के बीच की बढ़ती खाई हो। भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री श्री हरेन्द्र प्रताप ने हिन्दू समाज में व्याप्त सामाजिक समरसता के प्रयासों से परिचित कराया, जबकि प्रख्यात पुरातत्ववेत्ता डा. प्रकाश चरण ने भारत की महान विरासत की ओर ध्यान आकृष्ट किया। धन्यवाद ज्ञापन श्री रवीन्द्र किशोर प्रसाद सिन्हा ने किया। -संजीव कुमारउत्तर प्रदेशसेवा करने वाला मोक्ष नहीं चाहता-वीरेश्वर द्विवेदी, क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख, रा.स्व.संघ, प. उत्तर प्रदेशगत दिनों श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह के अंतर्गत सिंधारपुर ग्राम (अलीगढ़) स्थित केशव सेवाधाम में एक चिकित्सा शिविर का आयोजन हुआ। यह केशव सेवा समिति एवं नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। चिकित्सा शिविर में करीब 600 ग्रामवासियों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाइयों का वितरण किया गया।शिविर के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए रा.स्व.संघ के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख एवं मुख्य वक्ता श्री वीरेश्वर द्विवेदी ने कहा कि हमारी रगों में ऋषि-मुनियों का रक्त है। सेवा ही हमारा धर्म है। उन्होंने कहा कि सेवा करने वाले व्यक्ति को स्वर्ग या मोक्ष नहीं चाहिए, वह तो केवल दुख से पीड़ित व्यक्ति की सेवा चाहता है। उन्होंने सेवा कार्यों की आड़ में मिशनरियों द्वारा किए जा रहे मतांतरण पर भी चिन्ता व्यक्त की। इस अवसर पर नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष डा. उषा सिंघल, संघ की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य श्री कृष्ण सहाय सक्सेना, डा. संजय अग्रवाल, विभाग प्रचारक श्री कन्हैया सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. एस.सी. शर्मा ने की और संचालन श्री रवीन्द्र गंगवार ने किया। -डा. पुष्पेन्द्र पचौरीगुजरातदुनिया भर में पहुंचें भारतीय संस्कारगत दिनों भुज (कच्छ) में संस्कार भारती के तत्वावधान में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह के निमित्त “लोक संगीत” कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने उत्कृष्ट प्रस्तुति कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पश्चिम क्षेत्र के सम्पर्क प्रमुख श्री प्रवीण भाई मणियार ने कहा कि आज देशभर में संघ की शाखाएं लग रही हैं, जो एक प्रकार से मुक्त विश्वविद्यालय के समान कार्य करते हुए युवाओं को संस्कारित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि श्रीगुरुजी का सबसे प्रिय मंत्र सामाजिक समरसता था और संघ आज उन्हीं के बताए मूल्यों पर सामाजिक समरसता स्थापित करने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। संस्कार भारती, गुजरात प्रान्त के अध्यक्ष श्री राजू परमार ने कहा कि संस्कार भारती विश्व स्तर पर कार्य करते हुए भारतीय संस्कारों एवं मूल्यों को प्रचारित कर रही है। कार्यक्रम का उद्घाटन कच्छी लेवा पटेल एजुकेशन एंड मेडिकल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री आर.आर. पटेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुरेश भाई मेहता, विधायक श्री नरेन्द्र सिंह जडेजा, श्री गोपाल दुआ, पूर्व विधायक श्री मुकेश झवेरी एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री दिलीप भाई त्रिवेदी सहित अनेक विशिष्टजन उपस्थित थे। -गोविन्द खोखानीदिल्लीबंगलादेशी घुसपैठ नहीं रुकी तो फिर बंट सकता है देश-मयंक जैन, वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार”बंगलादेश से आतंकवादियों एवं नागरिकों की घुसपैठ यदि इसी तरह जारी रही तो 1947 की तरह भारत का एक और विभाजन हो सकता है।” यह कहना था प्रसिद्ध पत्रकार व बंगलादेशी घुसपैठ पर वृत्तचित्र के निर्माता श्री मयंक जैन का। वह श्रीगुरुजी की जन्मशती के अवसर पर आयोजित एक गोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह केवल सरकार का विषय नहीं है, अपितु इसके लिए जनता को स्वयं जाग्रत होना पड़ेगा। श्री जैन ने अपने वृत्तचित्र के माध्यम से भी बंगलादेशी घुसपैठ के बारे में लोगों को जानकारी दी। गोष्ठी का आयोजन महाशय चुन्नीलाल सरस्वती बाल मन्दिर, हरिनगर (दिल्ली) में किया गया था। कार्यक्रम में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समिति, जिला सुभाष नगर के अध्यक्ष श्री अमीर चन्द बब्बर, श्री मल्कियत राम, श्री राजेश गर्ग, क्षेत्रीय विधायक श्री ओ.पी. बब्बर व कांग्रेसी नेता श्री मदनलाल पाहवा सहित अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन श्री श्याम सुन्दर ने किया। प्रतिनिधिउत्तराञ्चलनैटवाड़ में श्री कर्ण सेवाश्रम का उद्घाटनसंस्कारमय शिक्षा राष्ट्र की आवश्यकता-ब्राह्मदेव शर्मा “भाई जी” अखिल भारतीय संगठन मंत्री, विद्या भारतीगत 21 मई को टौंस घाटी (उत्तराञ्चल) में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह मनाया गया। इसका आयोजन माधवपुरम (नैटवाड़) जिला-उत्तरकाशी में हुआ। इस अवसर पर “श्री कर्ण सेवाश्रम” का विधिवत उद्घाटन हुआ, जिसमें 92 गांवों से आए स्त्री-पुरुषों एवं बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्या भारती के अ.भा. संगठन मंत्री श्री ब्राह्मदेव शर्मा “भाई जी” ने कहा- “सात्विक व्यवहार एवं संस्कारमय शिक्षा राष्ट्र की आवश्यकता है। हिमालय की घाटियों में सरस्वती शिशु/विद्या मंदिरों से सामाजिक वातावरण संस्कारमय बना है। विद्या भारती के इस रचनात्मक कार्य को पूजनीय श्रीगुरुजी का आशीर्वाद तथा मार्गदर्शन प्राप्त था।”श्री कर्ण सेवाश्रम के प्रणेता तथा इसकी मातृ संस्था उत्तराञ्चल दैवी आपदा पीड़ित सहायता समिति के संरक्षक एवं प्रसिद्ध समाजसेवी डा. नित्यानंद ने कहा, “दानवीर कर्ण से जुड़ा यह तीर्थ अत्यन्त रमणीक तथा प्राकृतिक सम्पदाओं से भरपूर है, फिर भी यहां शिक्षा का नितान्त अभाव है। यहां सेवा और विकास के लिए प्रकल्प खड़ा करने का हमारा संकल्प था, जो आज साकार होता दिख रहा है।”विशिष्ट अतिथि के रूप में वेद निकेतन, हरिद्वार के अध्यक्ष स्वामी प्रवणानन्द जी महाराज ने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता नि:स्वार्थ भाव से देश के दूरस्थ क्षेत्रों में विकास कार्य में लगे हैं।” इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश से आईं श्रीमती प्रजावती भाउटा ने प्रकल्प के लिए पचास हजार रुपए की नकद धनराशि प्रदान करते हुए भविष्य में यहां होने वाले निर्माण के लिए सहयोग का वचन दिया। उद्घाटन समारोह में कर्ण देवता मंदिर के तीनों “वजीर” उपस्थित थे। स्थानीय निवासी श्री रोजी सिंह ने कहा कि इस प्रकल्प के कारण यहां के सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है। श्री कर्ण देवता सेवाश्रम के मंत्री श्री लोकेन्द्र रतूड़ी ने कहा कि यहां जुलाई मास से छात्रावास प्रारंभ किया जाएगा। -प्रेम बड़ाकोटीसंघ कार्य से जुड़ें पूर्व सैनिक-ले. जनरल (से.नि.) जगमोहन सिंह रावतगत 21 मई को देहरादून में श्रीगुरुजी जन्मशताब्दी समारोह समिति, देहरादून महानगर के तत्वावधान में पूर्व सैनिक एवं अद्र्धसैनिक सम्मेलन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि ले. जनरल (से.नि.) जगमोहन सिंह रावत एवं संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री रामलाल ने भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर श्री रामलाल ने कहा कि हिन्दुत्व वैश्विक कल्याण, सुख, शान्ति एवं मानवतावादी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति, मतान्तरण एवं आतंकवाद जैसी समस्यायें देश में बढ़ती जा रही हैं, इसके विरुद्ध समाज को आगे आने का साहस जुटाना होगा। उन्होंने कहा कि सैनिक एवं स्वयंसेवक में कोई अन्तर नहीं है, क्योंकि दोनों ही राष्ट्र के बारे में सोचते हैं।ले.जनरल (से.नि.) जगमोहन सिंह रावत ने कहा कि संघ का कार्य राष्ट्रीय कार्य है, अत: सभी पूर्व सैनिकों को इससे जुड़ना चाहिए। कार्यक्रम में प्रान्त प्रचारक श्री शिव प्रकाश ने कहा कि संघ के स्वयंसेवकों तथा सैनिकों के बीच अटूट सम्बंध हैं, दोनों की प्रेरणा का आधार तथा उद्देश्य भी एक ही है। सम्मेलन में आयोजित सामूहिक गोष्ठियों में वक्ताओं ने देश की आन्तरिक सुरक्षा, नक्सलवाद के नाम पर आतंकवाद, माओवाद तथा पलायन पर भी चिन्ता जताई। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल, मेजर जनरल, ब्रिगेडियर, कर्नल सहित कई अवकाश प्राप्त वरिष्ठ सेनाधिकारी, जवान एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष श्री चम्पतराय जैन, पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बालकृष्ण जायसवाल, क्षेत्र संगठन मंत्री श्री कृष्ण ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन ले. जनरल (से.नि.) एम.एम. चौबे ने किया। -सुभाष जोशी38
टिप्पणियाँ