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अमरीकी भारतीय बच्चों का उत्साहरामायण का ज्ञान भी, पुरस्कार जीतने का मौका भीप्रतिनिधिप्रतियोगिता में भाग लेती हुई एक बच्चीअमरीकी भारतीय बच्चों को भगवान श्रीराम के जीवन, आदर्श एवं त्याग से परिचित कराने के लिए हिन्दू स्वयंसेवक संघ ने एक अनूठी प्रतियोगिता शुरू की है। संघ की पत्रिका बालगोकुलम के माध्यम से होने वाली इस प्रतियोगिता की शुरुआत मकर संक्रांति, 14 जनवरी, 2006 को हो चुकी है। “कौन बनेगा रामायण एक्सपर्ट” नाम से यह प्रतियोगिता दो चरणों में होगी। यह अमरीका में बसे हिन्दू बच्चों को एक सांस्कृतिक मंच प्रदान करने की योजना है। प्रतियोगिता का पहला चरण 14 जनवरी से 31 मार्च तक पूरा होगा, जिसमें बच्चे इंटरनेट पर ही रामायण संबंधी प्रश्नों के उत्तर देंगे। इसमें सफल होने वाले प्रतिभागियों से अप्रैल में दूसरे चरण में भगवान राम के जीवन, रामायण के पात्रों आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा के लिए पूरे अमरीका में 100 परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे, जिनमें हजारों बच्चों द्वारा लिखित परीक्षा में शामिल होने की संभावना है। इसका परिणाम मई, 2006 में घोषित किया जाएगा।प्रतियोगिता की पुरस्कार राशि लगभग 10 हजार डालर रखी गई है, जो बढ़ाई भी जा सकती है। यही नहीं, इंटरनेट के जरिए होने वाली इस प्रतियोगिता में सफल बच्चों को प्रमाणपत्र और लिखित परीक्षा में भाग लेने वालों को प्रतीक चिह्न भेंट किए जाएंगे। प्रतियोगिता में प्रत्येक वर्ग के लिए नकद पुरस्कारों सहित कई अन्य पुरस्कार भी सम्मिलित हैं। अधिकाधिक बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लें, इसके लिए रामायण प्रतियोगिता संबंधी अध्ययन सामग्री अभ्यास परीक्षा सहित बालगोकुलम की वेबसाइट www.balagokulam.org पर उपलब्ध कराई जा रही है। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों को हिन्दू संस्कृति के आधार पर भगवान श्रीराम के जीवन से अवगत कराना तो है ही, श्री गुरुजी के जन्मशताब्दी वर्ष में उन्हें सच्ची श्रद्धाञ्जलि अर्पित करना भी है।18
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