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स्व. बड़ोनी की विकास यात्रा बन गईकांग्रेस का चुनावी अभियान-सूर्य प्रकाश सेमवालउतरांचल आंदोलन के सूत्रधार और पहाड़ के गांधी कहलाने वाले स्व. इन्द्रमणि बड़ोनी द्वारा दो दशक पूर्व प्रारम्भ की गई राष्ट्रीय महत्व की ऐतिहासिक खतलिंग सहस्रताल महायात्रा इस बार भी सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के चुनावी अभियान का मंच बनकर रह गई। स्व. बड़ोनी मृत्यु के बाद विगत पांच वर्ष में, विशेषकर राज्य में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद राज्य के अनेक शीर्ष मंत्रियों ने इस यात्रा में मुख्य अतिथि बनकर हमेशा यह हवाई घोषणाएं कीं कि खतलिंग व सहस्रताल को पांचवें धाम के रूप में विकसित किया जाएगा पर हुआ कुछ नहीं।वास्तव में अप्रतिम प्राकृतिक वैभव से सम्पन्न भिलंगना घाटी के सुरम्य पर्यटन स्थलों – अदभुत छटा से युक्त खतलिंग हिमानी, रंग-बिरंगे तालों से युक्त सहस्रताल, भीमताल तथा वास्तविक मानसरोवर माने जाने वाले मंसूरताल, अनुपम हरितिमा से युक्त पंवाली के माट्या बुग्याल व तड़ी उडार को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने एवं वनवासियों का सा जीवन जीने वाले यहां के लोगों को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक इन्द्रमणि बड़ोनी ने बीस वर्ष पूर्व इस यात्रा का श्रीगणेश किया था। आज इस महायात्रा में केवल कांग्रेसी नेता, उनके द्वारा पोषित छुटभैए ठेकेदार तथा कुछ चाटुकार लोग ही सोनिया महिमा व कांग्रेसी नेताओं का प्रशस्ति गान करते हुए दिखाई पड़ते हैं। पिछले वर्ष जब मीडिया ने इस महायात्रा पर प्रश्नचिन्ह लगाया तो भी राज्य सरकार, जिला प्रशासन और स्थानीय आयोजकों ने कुछ ठोस कदम नहीं उठाए। पोस्टरों पर इस बार भी पांच दिवसीय यात्रा का कार्यक्रम था किंतु यात्रा केवल 9सितम्बर को ही घुत्तू के इण्टर कालेज के प्रांगण में राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष हरीश रावत, सोनिया गांधी व कांग्रेस पार्टी के महिमामंडन के साथ सम्पन्न हो गई।यात्रा आयोजन समिति में स्थानीय इण्टर कालेज के पूर्व प्राचार्य एवं वर्तमान प्राचार्य सक्रिय रूप से सहभागी थे किंतु उन्होंने बच्चों का कोई कार्यक्रम तक नहीं करवाया।हरीश रावत ने यहां बौद्धिक उद्बोधन देने का प्रयत्न किया किंतु वे भी अंत में सोनिया महिमागान तथा अपनी सरकार की उपलब्धियों तक सिमट गए। आयोजकों और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने मंच पर सत्ता का प्रभाव जमा रखा था, जिस कारण यह सार्वजनिक मंच कांग्रेस पार्टी का चुनाव अभियान मात्र बनकर रह गया।20
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