पाञ्चजन्य पचास वर्ष पहले
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

पाञ्चजन्य पचास वर्ष पहले

by
Mar 4, 2005, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 04 Mar 2005 00:00:00

वर्ष 9, अंक 31, सं. 2013 वि., 7 मई, 1956, मूल्य 3आनेसम्पादक : गिरीश चन्द्र मिश्रप्रकाशक – श्री राधेश्याम कपूर, राष्ट्रधर्म कार्यालय, सदर बाजार, लखनऊ”क्षेत्रीय समिति योजना” के पीछे गम्भीर रहस्यविद्रोह के भय से सरकार अकालियों के समक्ष झुकीषडंत्र पर पर्दा डालने के लिए महापंजाबियों पर अत्याचार?(निज प्रतिनिधि द्वारा)अमृतसर: जिस रहस्य को अब तक पंजाब तथा केन्द्रीय सरकार दबाने का प्रयास कर रही थी, वह अब प्रकट हो चुका है कि सरकार ने अकालियों के सामने घुटने टेक कर उनकी अनेक अनुचित मांगों को स्वीकार किया है। इस रहस्य का उद्घाटन करने वाला कोई गैर-सरकारी आदमी न होकर पंजाब सरकार के उपमंत्री श्री रामकृष्ण हैं। “सत्य वह जो सर चढ़ कर बोले।” श्री रामकृष्ण ने अभी हाल में अमृतसर में कहा कि “सेना में सिखों का भारी तत्व विद्यमान है। यदि अकालियों की बात न मानी जाती तो विद्रोह का संकट उत्पन्न हो जाता।” कुसमय रहस्य प्रकट हो जाने के कारण सरकार इस तथ्य को प्रतिवादों से दबाने का प्रयास कर रही है। किन्तु इस तथ्य की सभ्यता इसी बात से प्रकट होती है कि लगभग सभी पत्रों में यह समाचर प्रकाशित हुआ। क्या किसी पत्रकार की मंत्री जी से कोई दुश्मनी थी? कामरेड रामकृष्ण के भाषण को सुनकर महापंजाब समिति के “महापंजाब आन्दोलन” के सम्बंध में किसी को भ्रम नहीं रह सकता। जनता को यही विश्वास होता जाएगा कि समिति के प्रयासों के कारण सरकार-अकाली दुरभिसंधि के बीच जो बाधा उपस्थित हो रही है, उसी को हटाने के लिए सरकार तथा कांग्रेस पाश्विक शक्ति का प्रयोग महापंजाब समर्थकों के विरुद्ध कर रही है, लोगों के सर फोड़ रही है, निरपराधों पर लाठी प्रहार एवं अश्रु गैस का प्रयोग कर रही है। अमृतसर, लुधियाना, पठानकोट, जालंधर आदि के काण्ड इसी खीझ के परिचायक हैं। महापंजाब समिति के महामंत्री श्री कृष्णलाल की गिरफ्तारी (यद्यपि अब मुक्त किए जा चुके हैं) भी इसी का प्रतीक है।बिहार जनसंघ चतुर्थ अधिवेशनबिहार-सरकार द्वारा भी बंगाल बिहार विलय का प्रस्ताव वापस लिया जाए(निज प्रतिनिधि द्वारा)पटना : बिहार प्रादेशिक जनसंघ का वार्षिक अधिवेशन यहां पं. शिवकुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विभिन्न नगरपालिकाओं, नोटिफाइड एरियाओं, यूनियन बोर्डों और पटना निगम के प्रतिनिधियों का सम्मेलन श्री ठाकुर प्रसाद की अध्यक्षता में हुआ। सम्मेलन में नगर पालिकाओं में सरकार द्वारा की जाने वाली नियुक्तियों के विरोध में प्रस्ताव स्वीकृत हुआ और बिहार सरकार से कानून में परिवर्तन करने का आग्रह किया गया। बिहार प्रदेश कर-दाता संघ की भी इस अवसर पर स्थापना की गई, जिसके अध्यक्ष, मंत्री, उपाध्यक्ष तथा कोषाध्यक्ष क्रमश: सर्वश्री ठाकुर प्रसाद नारायण वेदी, सीताराम शरण मिश्र और रामकृष्ण निर्वाचित हुए।द्वितीय पंचवर्षीय योजनाद्वितीय पंचवर्षीय योजना लोकसभा में प्रस्तुत की जा चुकी है। प्रस्तुत योजना का रूप प्रथम पंचवर्षीय योजना की अपेक्षा कहीं अधिक वृहत् है। प्रथम पंचवर्षीय योजनाओं में मोटे तौर पर 31 अरब रुपए की पूंजी लगाई गई, जिसमें से 20 अरब रुपए की पूंजी का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र में किया गया। प्रस्तुत योजना में 62 अरब रुपए की पंूजी लगाने का विचार किया गया है, जिसमें से 48 अरब रुपए की पूंजी का सार्वजनिक क्षेत्र में उपयोग किया जाएगा। इस प्रकार द्वितीय पंचवर्षीय योजना का रूप प्रथम पंचवर्षीय योजना का लगभग द्विगुणित है। योजना आयोग के सदस्य श्री नियोगी के मतानुसार प्रस्तुत योजना हमारी बढ़ी-चढ़ी महत्वाकांशा का प्रतीक है। उनके विचार से इस प्रकार की वृहद् योजना घाटे के आय व्यय के आधार पर नहीं चलाई जा सकती। प्रश्न उठता है कि इस प्रकार वृहद् योजना में बनाकर समय-समय पर कटौती करने का विचार रखने की अपेक्षा सामान्य योजना क्यों नहीं बनाई गई और आवश्यकतानुसार समय-समय पर उसे वृहद् रूप प्रदान कर सकने की गुंजाइश उसमें क्यों नहीं रखी गई? (सम्पादकीय)NEWS

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies