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कन्ता का साथी कौन बादल या डिंपा?डी.ए.वी. स्कूल, अमृतसर के एक छात्र प्रबीर सिंह के अपहरण में आरोपी कुलवंत सिंह उर्फ कन्ता के साथ संबंधों को लेकर अकाली दल (बादल) और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के लोग एक-दूसरे पर लांछन लगा रहे हैं। इससे राजनीतिज्ञों और अपराधियों के बीच सांठ-गांठ का भी खुलासा हो रहा है। अकाली दल (बादल) ने आरोप लगाया है कि कन्ता को पंजाब सीवरेज बोर्ड के अध्यक्ष तथा विधायक जसबीर सिंह डिंपा का संरक्षण प्राप्त है। दूसरी ओर डिंपा ने अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल के साथ अपहरण कांड के आरोपी कन्ता के फोटो जारी किए हैं। फिलहाल, प्रबीर मामले को लेकर राज्य का राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है। उधर आरोपी कन्ता अपने दो अन्य सहयोगियों-सुखजीत सिंह और कुलदीप चंद सहित फरार है। इनकी गिरफ्तारी के बाद ही स्थिति स्पष्ट होने की आशा है।कांग्रेस के विधायक डिंपा का कहना है कि 1999 के लोकसभा चुनाव में कन्ता ने फरीदकोट चुनाव क्षेत्र में अकाली दल (बादल) के उम्मीदवार की मदद की। वहां हुई चुनावी हिंसा में कन्ता का साथी विक्रम सिंह भी मारा गया था। तब कई अकाली नेता विक्रम के भोग (रस्म पगड़ी) में भी गए थे। डिंपा ने कन्ता और प्रकाश सिंह बादल के बीच संबंधों का खुलासा करने वाले वीडियो टेप व कुछ अन्य पुख्ता प्रमाण होने का भी दावा किया है, जिनका खुलासा उन्होंने उचित समय पर करने की बात कही है। दूसरी तरफ अकाली दल (बादल) के प्रवक्ता श्री दलजीत सिंह चीमा का कहना है कि श्री बादल एक बड़े नेता हैं और उनके साथ हजारों लोग प्रतिदिन फोटो खिंचवाते हैं उनमें से हर व्यक्ति का चरित्र प्रमाणपत्र लेना संभव नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि अजनाला उपचुनाव में कन्ता ने श्री डिंपा के साथ मिलकर कई स्थानों पर गोलीबारी की थी और इस संबंध में अकाली नेता रतन सिंह अजनाला ने पत्रकार वार्ता कर कन्ता और डिंपा के संबंधों का खुलासा किया था।कन्ता का चाहे किसी दल से संबंध रहा हो, परन्तु इस प्रकरण से राज्य की राजनीति में बाहुबलियों की बढ़ रही भूमिका का खुलासा हो गया है। कुछ वर्ष पूर्व तक आतंकवाद से ग्रस्त रहे देश के इस सीमावर्ती राज्य में इस तरह की प्रवृत्ति घातक हो सकती है।NEWS
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