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सीमावर्ती जिलों में घुसपैठ में तेजी सेआंतरिक सुरक्षा को खतराकोलकाता से अमरनाथ दत्ताप. बंगाल में बंगलादेश से सटीएक सीमा पर यूं जारी है घुसपैठप.बंगाल राज्य गुप्तचर विभाग और सीमा सुरक्षा बल राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमा पार से घुसपैठ में बढ़ोत्तरी को लेकर चिंतित हैं। घुसपैठियों में बंगलादेशी मुस्लिम अधिक हैं। अत: प. बंगाल में संभवत: आई.एस. आई. संबंधित गतिविधियों में तेजी आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। आंतरिक सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है। राज्य के लोग अभी कोलकाता में अमरीकी केन्द्र पर हुए आतंकवादी हमले को भूले नहीं हैं, जिसके जिम्मेदार गुट की बंगलादेश और जम्मू-कश्मीर में जड़ों का खुलासा हो चुका है। कोलकाता के मशहूर प्रतिष्ठान खादिम के स्वामी पार्थ राय बर्मन का अपहरण भी एक आतंकवादी गुट के द्वारा किया गया था।सीमा सुरक्षा बल के सूत्रों ने पाञ्चजन्य को बताया है कि बंगलादेश से सटे प. बंगाल के जिलों में गत 10 वर्षों में मुस्लिम आबादी में अन्य जिलों की अपेक्षा कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। 1993 से 2003 के बीच हर साल प्रति 1000 लोगों में मुस्लिम वृद्धि दर 17.84 व्यक्ति की रही है। लेकिन उत्तरी दिनाजपुर आदि सीमावर्ती जिलों में यह वृद्धि दर 28.72 रही है। जिलावार जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार सीमावर्ती जिलों में आबादी में तेजी से बढ़त दिखी है। उत्तरी दिनाजपुर में हिली सीमा जैसे अनेक क्षेत्र हैं जहां से भारत में घुसना ज्यादा पेचीदा नहीं है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी बताते हैं कि साधारण जन्म दर में कमी के बावजूद आबादी पर काबू नहीं लगाया जा सका है। बंगलादेश से सटे जिलों में, जहां आबादी में अधिकतम बढ़त देखी गई है, वे हैं- उत्तरी दिनाजपुर (28.72), मालदा (24.77), मुर्शिदाबाद (23.7), दार्जिलिंग (23.24), उत्तरी 24 परगना (22.64) और दक्षिणी दिनाजपुर (22.11)।दूसरी ओर बिहार, झारखण्ड और उड़ीसा से सटे जिलों में आबादी में ऐसी बढ़त नहीं दिखी है। झारखण्ड से सटे बांकुड़ा जिले में 13.79 की वृद्धि दर है, पुरुलिया में 13.96। उड़ीसा और बिहार से क्रमश: सटे मिदनापुर और वद्र्धमान जिलों में भी आबादी में बढ़त अपेक्षाकृत कम है। राज्य गुप्तचर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बंगलादेश की ओर से ही घुसपैठियों की संख्या बढ़ी है। इससे जहां जनसांख्यिक पहचान के बदलने का खतरा है, वहीं बंगाल में आई.एस.आई. के बढ़ते आधार के कारण आंतरिक सुरक्षा भी खतरे में है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी बताते हैं कि उन्होंने बंगलादेश में कार्यरत आई.एस.आई. द्वारा प्रायोजित भारत-विरोधी आतंकवादी अड्डों की जानकारी केन्द्रीय गृह मंत्रालय को दे दी है। मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तरी दिनाजपुर जैसे जिले मुस्लिमबहुल बना दिए गए हैं, जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं। उनका कहना है कि प. बंगाल में सत्तारूढ़ माक्र्सवादियों और विपक्षी दल कांग्रेस ने घुसपैठ की इस बढ़ती समस्या की ओर से आंखें मूंद रखी हैं। उन्हें राज्य के इन 25 प्रतिशत वोटों के कारण घुसपैठ समस्या जैसी नहीं दिखाई देती।9
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