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हाउस आफ कामन्स में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी…और ब्रिटिश संसद कृष्णमय हो गईब्रिटिश उपप्रधानमंत्री सहित अनेक मंत्रियों और सांसदों नेबाल-गोपाल का पालना झुलाया”श्रीकृष्ण जन्माष्टमी न्याय, आस्था और पारिवारिकमूल्यों की प्रतीक है”टोनी ब्लेयर,प्रधानमंत्री, यू.के.उपप्रधानमंत्री श्री जोन प्रेस्काट लोगों को बधाई देते हुएसुश्री पेट्रीशिया हेविट जन्माष्टमी उत्सव में शामिल हुए लोगों को सम्बोधित करते हुएब्रिटिश संसद गत 7 सितम्बर को कृष्ण भक्ति के रस से सराबोर हो गई। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन हाउस आफ कामन्स एक मन्दिर में बदल गया। यू.के. के उपप्रधानमंत्री श्री जोन प्रेस्काट सहित अनेक मंत्रियों, सांसदों और अनेक हिन्दुओं ने बाल गोपाल को पालने में झुलाया, पूजा-अर्चना की। वह ऐतिहासिक क्षण था, जब सबने हाउस आफ कामन्स में मंदिर के साक्षात् दर्शन किए। अस्थायी रूप से लकड़ी से बनाए गए इस मन्दिर में जहां “पलना झूलत गोपाल……..” का दृश्य साकार हुआ, वहीं “हरे कृष्णा….” के स्वर गूंज उठे। नरोत्तम विर्जी लखानी फाउन्डेशन द्वारा प्रायोजित इस समारोह में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम का आयोजन ब्रिटिश सरकार के परिवहन मंत्री श्री टोनी मैक्नल्टी और सामुदायिक मामलों के संसदीय सलाहकार श्री अभय लखानी द्वारा किया गया। श्री मैक्नल्टी ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिटेन की संसद में यह ऐतिहासिक क्षण है। यह समारोह यहां हर साल मनाया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षा मंत्री द्वारा भेजा गया संदेश भी पढ़ा। उपप्रधानमंत्री श्री जोन प्रेस्काट ने हाउस आफ कामन्स में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के भव्य आयोजन के लिए हिन्दुओं को बधाई दी और कहा, “मैं सात बार भारत गया हूं और भारत की संस्कृति और भारत को समझने की कोशिश की।” उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से दोनों देशों के बीच सम्बंध मजबूत हुए। इस पर्व पर प्रधानमंत्री श्री टोनी ब्लेयर द्वारा भेजा गया संदेश भी पढ़ा गया। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि “श्रीकृष्ण जन्माष्टमी न्याय, आस्था और पारिवारिक मूल्यों की प्रतीक है।” महिला समानता मंत्री सुश्री पेट्रीशिया हेविट ने हिन्दी में लोगों को बधाई देते हुए कहा “हाउस आफ कामन्स में यह दृश्य देखकर आनंद की अनुभूति हुई।” अंतरराष्ट्रीय संबंध विकास विभाग के मंत्री श्री गोरेथ थामस ने कहा, “आमतौर पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के लिए लोग मंदिर में जाते हैं, लेकिन हम भाग्यशाली हैं कि मंदिर का हाउस आफ कामन्स में ही साक्षात् दर्शन हो गया। उत्तरी आयरलैण्ड के मंत्री श्री बैरी गार्डिनर ने समारोह में अपने दो दिन पूर्व के अनुभव बांटते हुए कहा, “दो दिन पूर्व भक्ति वेदान्त मंदिर में हाथ में माखन लिए बाल-गोपाल की छवि मन में बस गई है। दैत्यों का दमन करते हुए बाल रूप श्रीकृष्ण इस बात का संकेत हैं कि राक्षसी वृत्तियों पर विजय पाई जा सकती है।” समारोह में शामिल होेने मास्को से पहुंचे भक्ति विज्ञान स्वामी ने कहा, “विश्व की सबसे प्राचीन संसद में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन एक महत्वपूर्ण घटना है।” उन्होंने बताया कि जल्दी ही रूस में हिन्दू मंदिर का निर्माण-कार्य पूरा होने वाला है। आने वाले वर्षों में इसी तरह रूस में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व का आयोजन किया जाएगा। दीप जलाकर आरती और प्रसाद वितरण के साथ समारोह सम्पन्न हुआ। प्रतिनिधि20
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