गुजरात में सूखी नदियों को जीवित करने का अभिनव प्रयोग दिंनाक: 12 Dec 2004 00:00:00 गुजरात में सूखी नदियों को जीवित करने का अभिनव प्रयोग 30 नदियों पर 65 अवरोध बांध बनाए गए गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र क्षेत्र में सूखी पड़ी नदियों को पुन: जीवित करने के लिए "सरदार पटेल सहकारी जल संचय योजना" के तहत 30 नदियों पर 65 बड़े अवरोध बांध बनाए हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने सौराष्ट्र जलधारा न्यास, अंबुजा सीमेन्ट फाउन्डेशन, आगा खान न्यास एवं अन्य गैर-सरकारी संस्थाओं और जनसहयोग से इन अवरोधों का निर्माण प्रारम्भ किया था। योजना की सफलता को देखते हुए अन्य नदियों पर भी अवरोध निर्माण हेतु सर्वेक्षण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है इस अभिनव प्रयोग में स्वैच्छिक संस्थाओं, जनसहयोग एवं सौराष्ट्र जलधारा न्यास की प्रमुख भूमिका रही है। जो गांव अवरोध बांध बनवाना चाहता है उसे सौराष्ट्र जलधारा न्यास कई तरह की सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराता है। निर्माण सामग्री भी कम मूल्य पर उपलब्ध करवाई जाती है। राज्य सरकार 60 प्रतिशत आर्थिक सहायता करती है तथा सौराष्ट्र जलधारा न्यास प्रशासनिक व्यय का 20 प्रतिशत वहन करता है। यदि ग्रामीण श्रमदान भी करते हैं तो सम्पूर्ण निर्माण का 10 प्रतिशत खर्च ही वहन करना होता है। - विद्या पसारी तलपट तिरुपति (आंध्र प्रदेश) स्थित भगवान वेंकटेश्वर मन्दिर अपनी विशिष्ट पहचान के लिए दुनियाभर में विख्यात है। वर्षभर करोड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन करने एवं अपना मुण्डन संस्कार करवाने आते हैं। एक अनुमान के अनुसार यहां प्रतिमाह 1800 कुन्तल बाल इकट्ठा हो जाते हैं। 16
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

गुजरात में सूखी नदियों को जीवित करने का अभिनव प्रयोग दिंनाक: 12 Dec 2004 00:00:00 गुजरात में सूखी नदियों को जीवित करने का अभिनव प्रयोग 30 नदियों पर 65 अवरोध बांध बनाए गए गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र क्षेत्र में सूखी पड़ी नदियों को पुन: जीवित करने के लिए “सरदार पटेल सहकारी जल संचय योजना” के तहत 30 नदियों पर 65 बड़े अवरोध बांध बनाए हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने सौराष्ट्र जलधारा न्यास, अंबुजा सीमेन्ट फाउन्डेशन, आगा खान न्यास एवं अन्य गैर-सरकारी संस्थाओं और जनसहयोग से इन अवरोधों का निर्माण प्रारम्भ किया था। योजना की सफलता को देखते हुए अन्य नदियों पर भी अवरोध निर्माण हेतु सर्वेक्षण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है इस अभिनव प्रयोग में स्वैच्छिक संस्थाओं, जनसहयोग एवं सौराष्ट्र जलधारा न्यास की प्रमुख भूमिका रही है। जो गांव अवरोध बांध बनवाना चाहता है उसे सौराष्ट्र जलधारा न्यास कई तरह की सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराता है। निर्माण सामग्री भी कम मूल्य पर उपलब्ध करवाई जाती है। राज्य सरकार 60 प्रतिशत आर्थिक सहायता करती है तथा सौराष्ट्र जलधारा न्यास प्रशासनिक व्यय का 20 प्रतिशत वहन करता है। यदि ग्रामीण श्रमदान भी करते हैं तो सम्पूर्ण निर्माण का 10 प्रतिशत खर्च ही वहन करना होता है। – विद्या पसारी तलपट तिरुपति (आंध्र प्रदेश) स्थित भगवान वेंकटेश्वर मन्दिर अपनी विशिष्ट पहचान के लिए दुनियाभर में विख्यात है। वर्षभर करोड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन करने एवं अपना मुण्डन संस्कार करवाने आते हैं। एक अनुमान के अनुसार यहां प्रतिमाह 1800 कुन्तल बाल इकट्ठा हो जाते हैं। 16

by
Dec 12, 2004, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह(नरसिंह)

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह(नरसिंह)

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

पाकिस्तान के साथ युद्धविराम: भारत के लिए सैन्य और नैतिक जीत

Indian DRDO developing Brahmos NG

भारत का ब्रम्हास्त्र ‘Brahmos NG’ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल अब नए अवतार में, पांच गुणा अधिक मारक क्षमता

Peaceful Enviornment after ceasfire between India Pakistan

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद आज क्या हैं हालात, जानें ?

Virender Sehwag Pakistan ceasfire violation

‘कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है’, पाकिस्तान पर क्यों भड़के वीरेंद्र सहवाग?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies