दूरदर्शन ने स्मरण दिलाई
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

दूरदर्शन ने स्मरण दिलाई

by
Jun 7, 2003, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 07 Jun 2003 00:00:00

आपातकाल की काली रातइस बार 25 जून की रात 11 बजे जैसे दूरदर्शन ने 28 साल पहले का पूरा इतिहास ही खंगाल डाला। दूरदर्शन ही नहीं, किसी भी अन्य समाचार वाहिनी ने आज तक आपातकाल की विभीषिका पर शायद ही इतनी विस्तृत खोजबीन की हो। पर इस बार दूरदर्शन ने आपातकाल को इतने विस्तृत और शोधपरक ढंग से प्रस्तुत किया कि नई पीढ़ी भी लोकतंत्र के उस काले अध्याय से परिचत हो गई होगी। 25 जून, 1975 की वह काली रात जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के एक आदेश पर भारतीय लोकतंत्र के सूर्य को तानाशाही की कालिमा ने ढक दिया.. और फिर प्रारंभ हुआ लोकतंत्र बहाली का संघर्ष, कारावास, यातनाएं, संगठनों के सत्याग्रह… और अंतत: लोकसंघर्ष से पुन: चमका लोकतंत्र का सूर्य, पहले से भी कहीं अधिक प्रखर और तेजस्विता लिए हुए। निर्माता एवं निर्देशक श्री अशोक श्रीवास्तव की परिकल्पना एवं शोध ने जैसे उस पूरे काले अध्याय का सार मात्र 1 घंटे के फिल्मांकन में प्रस्तुत कर दिया। उस समय जिन राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उस तानाशाही का विरोध किया, यातनाएं झेलीं, कारावास में रहे या फिर भूमिगत रहकर आंदोलन चलाते रहे, उनमें से कुछ प्रमुख-श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री जार्ज फर्नांडीस, श्री हो.वे. शेषाद्रि, श्री नानाजी देशमुख, श्री मदनदास, श्री चन्द्रशेखर, श्री कुलदीप नैयर, श्री शरद यादव, श्री लालू यादव, श्री मदनलाल खुराना, श्री राममाधव, श्री शांति भूषण के संस्मरणों ने उस ऐतिहासिक सचाई से लोगों को जोड़ा।यह जानना-देखना भी रोमांचकारी था कि कैसे श्री आडवाणी बंगलौर में गिरफ्तार हुए, कैसे श्री जार्ज फर्नांडीस डायनामाइट विस्फोट के लिए चर्चित हुए, श्री मदनदास को कैसे शाहदरा जेल में यातनाएं दी गईं, कैसे श्री राम माधव अपने बाल्यकाल का लाभ उठाते हुए सरकार विरोधी पर्चे बांटते थे, अखबारों ने कैसे घुटने टेके और कैसे मदरलैण्ड अखबार ने सरकारी तानाशाही के विरुद्ध आवाज बुलंद की…दूसरी तरफ आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष में रा.स्व.संघ, अकाली दल, लोक संघर्ष समिति आदि संगठनों की भूमिका को भी प्रमुखता दी गई। आपातकाल का समर्थन करने वाले वामपंथी भी अपनी भूल पर क्षमा मांगते दिखे। आपातकाल का यह फिल्मांकन शोधपरक एवं तथ्यात्मक लगा। इससे उस काल की बाद की पीढ़ी के लोग देश के उस हालात से भी परिचित हो सकेंगे। द प्रतिनिधि17

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास, पीवीएसएम, एसएम
**, वीएसएम (सेवानिवृत्त)

‘वक्त है निर्णायक कार्रवाई का’ : पाकिस्तान ने छेड़ा अघोषित युद्ध, अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाएगा भारत

पाकिस्तान के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब देती भारत की वायु रक्षा प्रणाली, कैसे काम करते हैं एयर डिफेंस सिस्टम?

काशी विश्वनाथ धाम : ‘कोविलूर टू काशी’ शॉर्ट फिल्म रिलीज, 59 सेकेंड के वीडियो में दिखी 250 साल पुरानी परंपरा

उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक सेतु

पश्चिमी कृपा का आनंद लेने वाला पाकिस्तान बना वैश्विक आतंकवाद का केंद्र : मेलिसा चेन

कुमार विश्वास ने की बलूचिस्तान के आजादी की प्रार्थना, कहा- यही है पाकिस्तान से छुटकारा पाने का सही समय

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास, पीवीएसएम, एसएम
**, वीएसएम (सेवानिवृत्त)

‘वक्त है निर्णायक कार्रवाई का’ : पाकिस्तान ने छेड़ा अघोषित युद्ध, अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाएगा भारत

पाकिस्तान के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब देती भारत की वायु रक्षा प्रणाली, कैसे काम करते हैं एयर डिफेंस सिस्टम?

काशी विश्वनाथ धाम : ‘कोविलूर टू काशी’ शॉर्ट फिल्म रिलीज, 59 सेकेंड के वीडियो में दिखी 250 साल पुरानी परंपरा

उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक सेतु

पश्चिमी कृपा का आनंद लेने वाला पाकिस्तान बना वैश्विक आतंकवाद का केंद्र : मेलिसा चेन

कुमार विश्वास ने की बलूचिस्तान के आजादी की प्रार्थना, कहा- यही है पाकिस्तान से छुटकारा पाने का सही समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ युद्ध नहीं, भारत की आत्मा का प्रतिकार है : जब राष्ट्र की अस्मिता ही अस्त्र बन जाए!

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

शाहिद खट्टर ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

मोदी का नाम लेने से कांपते हैं, पाक सांसद ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

ऑपरेशन सिंदूर पर बोले शशि थरूर– भारत दे रहा सही जवाब, पाकिस्तान बन चुका है आतंकी पनाहगार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies