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सुखद बदलाव हुआ-नरेन्द्र कोहली, वरिष्ठ साहित्यकारगत वर्ष सूरीनाम में हिन्दी सम्मेलन हुआ। मेरे विचार से साहित्य के क्षेत्र में यह सम्मेलन वर्ष 2003 की एक महत्वपूर्ण घटना है। इस सम्मेलन में हिन्दी को वि·श्वस्तर पर लाने की बात की गई। हिन्दी के हित में कई प्रस्ताव भी पारित किए गए। पर इस उपलब्धिपूर्ण सम्मेलन में कुछ लोगों ने मात्र सुविधाओं के लिए हंगामा किया। कई लोगों ने तो भारतीय संस्कृति के विरोध में भी झण्डा उठाया और सात समन्दर पार अपने देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। इसलिए इस सम्मेलन का एक सन्देश यह भी है कि देश से बाहर प्रतिनिधिमंडल भेजते समय उसके सदस्यों के चयन पर सावधानी बरतनी चाहिए। साहित्य जगत की दूसरी महत्वपूर्ण घटना साहित्य अकादमी के अध्यक्ष का चुनाव है। महाश्वेता देवी को पराजित कर ओ.पी. नारंग का अध्यक्ष बनना एक तरह से साहित्य जगत के लिए सुखद रहा है। मेरे विचार से इन घटनाओं को छोड़कर साहित्य जगत में इस वर्ष कोई और उपलब्धि नहीं रही।10
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