चुनाव आयोग ने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को पंजाब का स्टेट आइकन बनाया था ताकि विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सके। लेकिन उनकी बहन मालविका सूद सच्चर मोगा से चुनाव लड़ रही हैं और खुद सोनू भी लगातार राजनीतिक दलों के नेताओं से मिल रहे हैं, इसलिए आयोग ने उनकी नियुक्ति रद्द कर दी है।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. एस. करुणा राजू ने कहा कि सोनू सूद को नवंबर, 2020 में स्टेट आइकन बनाया गया था, जिसे अब वापस ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में राजनीतिक नेताओं से सोनू सूद की मुलाकात को लेकर मीडिया खबरों पर यह फैसला लिया गया है। 4 जनवरी, 2022 को उनकी नियुक्ति रद्द कर दी गई। मोगा से मालविका के विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा सोनू ने ही की थी। मालविका के लिए वे लगातार प्रचार भी कर रहे हैं और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से भी मिल रहे हैं। हालांकि सोनू सूद फिलहाल किसी पार्टी से नहीं जुड़े हैं, लेकिन जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे तब उनसे मिले थे। इसके बाद वे दिल्ली में आम आदमी पार्टी के संयोजक व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और फिर अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल से मिले। इसी कारण चुनाव आयोग को सोनू सूद से किनारा करना पड़ा।
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