उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में फतेहगढ़ इलाके स्थित एक विद्यालय में विश्व हिंदू परिषद की ओर से धर्म वापसी कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें करीब 45 परिवारों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घर वापसी की।
जानकारी के अनुसार पुलमंडी के सरस्वती बाल विद्या मंदिर परिसर में आयोजित धर्म वापसी कार्यक्रम में 45 ऐसे परिवार शामिल हुए, जो 5 से 10 साल पहले कन्वर्ट हो चुके थे। इसमें ग्वालटोली में रहने वाले 21 परिवार और कासिमबाग, बरगदियाघाट, पुलमंडी, कमालगंज, महरूपुर, मानपुर, राजेपुर सरायमेदा के रहने वाले अन्य परिवार हैं। कार्यक्रम के दौरान इन लोगों ने बताया कि वे वाल्मीकि समाज से हैं। पहले इन्हें लगता था कि हिंदू धर्म में सम्मान नहीं मिल रहा है। इस वजह से इन लोगों ने सनातन धर्म छोड़कर दूसरा पंथ अपना लिया था।
कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने यह भी कहा कि सनातन धर्म छोड़ने के बाद उन्हें समझ में आया है कि हिंदू धर्म में जो सम्मान और संस्कृति है, वह और कहीं नहीं है। इस वजह से इन लोगों ने फिर से अपने मूल धर्म में वापस आने का निर्णय लिया। आचार्य प्रदीप नारायण शुक्ला ने मंत्रोच्चार व हनुमान चालीसा का पाठ कराकर सभी को सनातन धर्म में शामिल करवाया। सभी की कलाई में रक्षासूत्र बांधा गया। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कई लोग मौजूद रहे।
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