हरिद्वार में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने कहा है कि गांधी जी का सम्मान है, उन्हें अपशब्द कहना भारतीय संस्कृति नहीं है, लेकिन भगवान राम और सीता मैय्या का उपहास उड़ाने वालों पर भी कारवाई की जानी चाहिए। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने कहा कि रायपुर धर्म संसद में गांधी जी को जो अपशब्द बोले गए उसका संत समाज समर्थन नहीं करता है।
धर्म संसद में गांधी जी पर टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि गांधी जी पर यदि सरकार इतनी संवेदनशील है तो भगवान राम और सीता मैय्या को कई बार व्यभिचारी कहा गया। टीवी सीरियलों में भगवानों को हंसी का पात्र बनाया गया। देवी-देवताओं के नग्न चित्र बनाये गए, तब उनपर भी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्वामी गिरि ने कहा कि गांधी जी ने स्वतंत्रता आंदोलन में अहिंसा की भूमिका को सर्वोपरि रखा, उनका योगदान सम्मान के योग्य है, लेकिन उनके अफ्रीका से आने से पहले देश में और भी स्वतंत्रता आंदोलनकारी हुए उन्हें भी याद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधी जी को अपशब्द कहे गए, हम उनका कभी भी समर्थन नहीं करेंगे क्योंकि ये भारतीय संस्कृति नहीं है।
जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी) के कन्वर्जन के सवाल पर महामंडलेश्वर ने कहा कि मेरा मानना है कि उन्होंने घर वापसी की है। इस देश का मुसलमान यदि अपनी भूल सुधार कर घर वापसी करना चाहता है तो हम उनका स्वागत करते हैं।
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