श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी के मामलों में आरोपियों को खुलेआम फांसी पर चढ़ाने की वकालत करने वाले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिससे उनका निकल पाना मुश्किल होता दिख रहा है। हुआ यूं कि वे बेअदबी के एक आरोपी के साथ खाना खाते हुए पकड़े गए और तब से उनके मुंह से कुछ निकल नहीं रहा है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मुद्दा जोर-शोर से उठाने वाले सिद्धू ने बुधवार को जीरकपुर में एक ऐसे व्यक्ति के ढाबे पर दोपहर का भोजन किया, जिस पर बेदअबी का केस दर्ज है। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने कहा कि सेठी ढाबे के मालिक विजय कुमार उर्फ सोनू सेठी पर इस साल 8 अगस्त को धारा 295-ए (धार्मिक भावनाएं आहत करने) के तहत केस (एफआइआर नंबर-452) दर्ज हुआ था। उस पर आरोप है कि उसने सिख पंथ के धार्मिक शबद पर लड़कियों से डांस करवाया था। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। बलियावाल ने कहा कि उन्हें आशा है कि नवजोत सिंह सिद्धू इसका जवाब जरूर देंगे।
दूसरी ओर सिद्धू को डेराबस्सी के ढाबे पर कुछ हिन्दुत्व निष्ठ संगठनों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। सिद्धू वहां खाना रहे थे। इस बीच कुछ हिन्दुत्व निष्ठ संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और काले झंडे दिखाकर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धू ने श्री जाहरवीर गूगा के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी। इससे उनकी आस्था को ठेस पहुंची है। गोरख टीला बागड़ (राजस्थान) के सदस्य सुरेश शारधा और राजपूत सभा डेराबस्सी के अध्यक्ष टोनी राणा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू पहले भी कई बार हिंदू देवी-देवताओं के बारे में गलत टिप्पणी कर चुके हैं। सिद्धू जब ढाबे से बाहर निकलने लगे तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और रास्ता रोका। उन्होंने कहा कि सिद्धू हिंदू भाईचारे से माफी मांगें। सिद्धू की गाड़ी नजदीक आते ही प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे उतारकर गाड़ी पर फेंक दिए। ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सिद्धू कांग्रेस के लिए परेशानी का कारण बनते दिख रहे हैं।
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