कोलकाता के न्यू टाउन सापूरजी बस स्टैंड के समीप हथियार और विस्फोटक पदार्थों के साथ गिरफ्तार जमील और शकूर के तार बिहार से जुड़े हैं। ये दोनों रिश्ते में साले-बहनोई हैं। उल्लेखनीय है कि 28 दिसंबर को दन दोनों को 13 किलो विस्फोटक, कार्बाइन और पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों के पास मुंगेर के बने हथियार मिले थे। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया है कि उन्हें लुल्हा आतीशबाज और कोई मंडल नाम का व्यक्ति विस्फोटक पहुंचाता था। ये लोग बिहार के निवासी बताए जा रहे हैं।
जमील और शकूर की निशानदेही पर पुलिस भागलपुर और मुंगेर में लगातार छापेमारी कर रही है। पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने 28 दिसंबर को भागलपुर के हबीबपुर, भथुआबारी, बदरे आलमपुर, मोजाहिदपुर के गढ़ैया कमेला और चंपानगर में छापेमारी की। वहीं एसटीएफ ने मुंगेर के वरदह, मुफस्सिल और सफियासराय इलाके में भी दबिश दी। इससे पहले एसटीएफ ने कोलकाता के मोटियाबुर्ज, धर्मतल्ला, संतरागाछी और बैंडल इलाके में भी छापेमारी की थी।
जमील अवैध हथियारों का एक प्रमुख तस्कर है। एसटीएफ को पिछले कई दिनों से इसकी तलाश थी। बता दें कि 29 जनवरी, 2021 को कोलकाता में तीन लोगों को हथियार और विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया था। ये तीनों बशीरहाट इलाके के रहने वाले थे। इनमें एक महिला जरीना भी शामिल थी। इनमें दो लोगों को बाबूघाट बस स्टैंड और एक को चौबीस परगना जिले के बरूईपुर से गिरफ्तार किया गया था। इन तीनों आरोपितों से पूछताछ में जमील का नाम भी सामने आया था। उसी समय से बंगाल की एसटीएफ उस पर नजर रख रही थी।
इन दिनों बिहार बम धमाकों से दहल रहा है। भागलपुर में दिसंबर के शुरुआती दिनों में लगातार धमाके हुए, जिसमें एक व्यक्ति और एक बच्चे की मौत हो गई। इसके अलावा भागलपुर में ही तीन बच्चे बुरी तरह जख्मी हुए। आरा, जमुई और सीतामढ़ी में भी बम धमाके हुए। ऐसे में जमील की गिरफ्तारी से कई सवाल सुलझ सकते हैं।
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