सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीईटी की परीक्षा लीक मामले को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसके घर में बुलडोजर चलना तय है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा, उनकी संपत्ति जब्त कराने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने परीक्षार्थियों को राहत देते हुए आई कार्ड दिखाकर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में फ्री में आने जाने की सुविधा देने के निर्देश दिए हैं। अभ्यर्थियों से दोबारा परीक्षा के लिए कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में चार लाख से अधिक भर्ती निष्पक्ष तरीके से की गई है और आगे भी यह व्यवस्था जारी रहेगी। नौकरी हो या कोई भी टेस्ट पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। जब मुझे यह समाचार मिला कि बीटीसी, टीईटी का टेस्ट था। एक गिरोह ने कहीं से पेपर लीक किया है, हमने कहा, पूरे पेपर को अभी निरस्त करो, पूरे गिरोह को गिरफ्तार करो। उन सभी बच्चों को सकुशल उनके घर तक पहुंचाओ। एक महीने के अंदर पारदर्शी तरीके से फिर से परीक्षा आयोजित करो। किसी भी बच्चे से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेंगे। उनके आने जाने की फ्री में व्यवस्था देंगे या उन बच्चों का जो आई कार्ड होगा, उत्तर प्रदेश परिवहन की बसों में फ्री में आने जाने की सुविधा मिलेगी, लेकिन जिन लोगों ने यह शरारत की है, वह भी सुन लें कि उनके खिलाफ गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज हो रहा है। उनकी संपत्ति को जब्त कराने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है।
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं के जीवन के साथ कोई खिलवाड़ करेगा, तो उसे सोच लेना चाहिए कि उसके साथ क्या होगा? उत्तर प्रदेश के युवाओं के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने की छूट नहीं देंगे। अच्छी कानून व्यवस्था के कारण प्रदेश में हर नौजवान के लिए नौकरी की संभावना को आगे बढ़ाकर 1 करोड़ 61 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार की सुविधा दी गई है।
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