मुरादाबाद जिले में अपने प्रवास के दौरान गोवर्धन पुरी के पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हर हिन्दू को एक घंटा एक रुपए सेवा के लिए रोज देना होगा। इसका उपयोग मठ और मंदिर क्षेत्र को स्वावलंबी बनाने में हो। उन्होंने कहा कि अस्सी प्रतिशत हिन्दू एकजुट हैं और जो बीस प्रतिशत हैं उन्हें एकजुट करना होगा।
चरण पादुका पूजन कार्यक्रम में सवाल जवाब सत्र में शंकराचार्य ने कहा कि प्राचीन भारत वर्ण व्यवस्था से चला है। अब उसमें बदलाव देखा जा रहा है। युवाओं को ज्ञान, विज्ञान व्यवहार को जोड़कर हिन्दू राष्ट्र की व्यवस्था बनानी चाहिए। दस-दस परिवार भी यदि एकसाथ मिल-बैठकर धर्म और अध्यात्म पर चर्चा करने लगें तो ये देश हिंन्दू राष्ट्र के पथ पर अग्रसर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजनीति में ही नहीं, अन्य विषयों में भी शुचिता लाने की जरूरत है। राजनीति में महंगा खर्च होने की वजह से गिरावट आयी है।मन्त्रों की शक्ति के एक सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि मंत्र तारक भी होते हैं और मारक भी। अयोग्य व्यक्ति को यदि मंत्र दे दिया जाए तो वो उसके प्रभाव को सहन नहीं कर पायेगा और विक्षिप्त अवस्था में पहुंच सकता है।
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