बिजनौर के एसडीएम सदर देवेन्द्र सिंह इनदिनों अपने एक जनजागरण अभियान की वजह से चर्चा में हैं। उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए दस्तावेजों का सत्यापन कराने आ रहे युवाओं से शादी में दहेज न लेने का शपथपत्र लेना शुरू कर दिया है। एसडीएम का कहना है कि इसका मकसद समाज में फैली दहेज की कुरीति से लड़ना है।
बिजनौर के युवा यदि सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं तो उन्हें अपने दस्तावेजों के सत्यापन से पहले शपथपत्र भरकर देना होगा कि नौकरी लगने के बाद वो दहेज नहीं लेंगे। इसकी शुरुआत बीते मंगलवार को एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह ने की है। उन्होंने एक युवक से शपथपत्र लेने के बाद ही उसके दस्तावेजों का सत्यापन किया। ऐसा इसलिए करवाया जा रहा है कि युवा नौकरी के बाद इस सामाजिक बुराई के प्रति जागरूक रहें।
एसडीएम देवेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने खुद दहेज रहित विवाह किया है और वो युवाओं को भी इस बुराई के प्रति जागरुक करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि युवाओं ने भी इस मुहिम में साथ दिया है, जो स्वागत योग्य है। एसडीएम ने बताया कि अभी तक डेढ़ सौ से ज्यादा युवाओं ने दहेज न लेने का संकल्प लिया है और अपने शपथ पत्र भरकर दिए हैं।
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