पश्चिम उत्तर प्रदेश में प्रवास पर धर्म सभाएं कर रहे गोवर्धन पुरी मठ के शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती जी ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक हैं इसलिए इसे हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। शंकराचार्य ने यह भी कहा कि अयोध्या में मुस्लिमों को जमीन नहीं दी जानी चाहिए, इसके आगे जाकर घातक परिणाम होंगे।
मुरादाबाद पहुंचे गोवर्धन पुरी मठ के शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती ने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति हिन्दू है। इसलिए इस देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। निश्चलानन्द जी ने कहा कि यूपी के सम्भल जिले में कलयुग के अवतार कल्कि के पैदा होने के योग बन रहे हैं। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि सम्भल तो ओडिशा में भी है। इस पर उन्होंने कहा अगर भगवान जगन्नाथ की इच्छा हुई तो वो वहां अवतार ले लेंगे। अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि सरकार को अयोध्या में मुस्लिमों को जगह नहीं देनी चाहिए, इसके भविष्य में घातक परिणाम होंगे। उन्होंने काशी और मथुरा को भी मुस्लिमों से मुक्त कराने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि धर्म ही जीवन का आधार है। मनुष्य के लिए गृहस्थ आश्रम ही सर्वश्रेष्ठ है।
संत परमहंस ने भी की थी मांग
इससे पहले तपस्वी छावनी के संत परमहंस ने भी भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की थी। इसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा था कि जब तक हिंदू बहुसंख्यक में है तब तक सब है। यहां भी हिंदू माइनॉरिटी में हो जाएगा तो ये सब दफन हो जाएगा। इसको बचाने के लिए हिंदू राष्ट्र घोषित करना जरूरी है। हिंदू इतना उदारवादी है कि हिंदू राष्ट्र घोषित होने पर भी दूसरे को कष्ट नहीं होगा।
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