मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा जनजाति इलाकों में जाकर लोगों को कन्वर्जन का लालच दिया जा रहा है। ईसाई मिशनरी जनजातियों को कन्वर्जन के लिए जिले के कई क्षेत्रों में नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं। इसके चलते स्थानीय जनजातियों और कन्वर्टेड ईसाइयों के बीच संघर्ष की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि, हाल ही में जिले की सेगांवा तहसील के ग्राम रसगांव (मालपुरा) में कई लोगों को एक साथ जनजातियों से ईसाई समुदाय में शामिल कराया गया, जिसका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस घटनाक्रम का शिकायत पत्र संसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने पुलिस अधीक्षक खरगोन को लिखा है, जिसमें कन्वर्जन कराने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है, ताकि क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कन्वर्जन के लिए प्रलोभन
थाना ऊन पर रूखडिया निवासी ग्राम रसगांव मालपुरा पर शिकायत आवेदन दिया, जिसमें आवेदक द्वारा बताया गया कि 3 नवंबर को गांव के रहने वाले विजय पुत्र ख्यालीराम बडोले, उसकी बुआ मंजुला पिता विश्राम बडोले व ईसाई मिशनरी के मारसन लाय निवासी ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) विजय के घर के सामने लोगों को ईसाई बनाने के लिए कन्वर्जन करवा रहे थे। रुखडीया व उसके चचेरे भाई रेवाराम बडोने जब विजय के घर के सामने पहुंचे तो उन्हें भी बच्चों की पढ़ाई आदि मुफ्त करवाने के लालच देकर ईसाई बनने को कहा गया। ऐसा कहकर वह उनके ऊपर पानी छिड़कने लगे और क्रास पहनाने लगे, लेकिन इन लोगों ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया।
मुख्य आरोपी की तलाश जारी
इस मामले में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने बताया की थाना ऊन पर अपराध क्र 430/21 धारा – 3,5 म.प्र. धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 का पंजीबद्ध किया जाकर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम द्वारा 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस ने विजय पुत्र ख्यालीराम बडोले जाति भीलाला निवासी रसगांव मालपुरा और मंजुला पुत्र विश्राम बडोले जाति भीलाला निवासी रसगांव मालपुरा को गिरफ्तार कर लिया व मारसन लाय निवासी ईटाहनगर अरुणाचल प्रदेश अभी फरार है।
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