पाकिस्तान में स्थित पवित्र सिख स्थलों में से एक करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने वाला गलियारा आज फिर से खुल गया है। यह गलियारा पाकिस्तान की तरफ गुरुद्वारा दरबार साहिब और भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक मंदिर को जोड़ता है। यह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का अंतिम विश्राम स्थल है। उल्लेखनीय है कि गलियारा प्रथम सिख गुरु गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब, जिसे गुरपरब कहते हैं, से दो दिन पहले खुलता है।
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की इस बार 552वीं जयंती है। बताया जा रहा है कि इस बार दुनिया भर से 8,000 से अधिक श्रद्धालु इस मौके पर पाकिस्तान जाएंगे। ये तीर्थयात्री पहले सिख गुरु की जयंती पर लाहौर स्थित ननकाना साहिब में धार्मिक समारोहों में शामिल होंगे। ये श्रद्धालु पाकिस्तान में अन्य सिख तीर्थों के दर्शन करने भी जाएंगे। वे वहां विभिन्न गुरुद्वारों में मत्था टेकेंगे।
कोरोना महामारी के कारण तीर्थयात्रियों के लिए इसके खुलने के चार महीने बाद मार्च 2020 में इस गलियारे को बंद कर दिया गया था। लेकिन अब उत्सव के दिनों में इसे फिर से खोला गया है। शर्त यह है कि इससे गुजरने वाले सभी तीर्थयात्रियों के पास कोरोना की ऐसी निगेटिव रिपोर्ट होनी जरूरी है, जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं के पास कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र भी होना जरूरी है।
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने करतारपुर साहिब जाने के आवेदन किया है। एक अनुमान के अनुसार, भारत से करीब पांच हजार श्रद्धालु इस यात्रा पर जाने के इच्छुक हैं। दुनियाभर से बड़ी तादाद में सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान पहुंचने के समाचारों के बीच पता चला है कि अफगानिस्तान से भी दस सिख तीर्थयात्री गुरु नानक देव जी की 552वीं जयंती के मौके पर तोरखम सीमा से पाकिस्तान पहुंच चुके हैं। इस जत्थे में चार पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं।
ताजा खबरों के अनुसार नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने करतारपुर साहिब जाने के आवेदन किया है। एक अनुमान के अनुसार, भारत से करीब पांच हजार श्रद्धालु इस यात्रा पर जाने के इच्छुक हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि वे स्वयं भी 18 नवंबर को पूरे राज्य मंत्रिमंडल के साथ करतारपुर साहिब में मत्था टेकने जाएंगे। दुनियाभर से बड़ी तादाद में सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान पहुंचने के समाचारों के बीच पता चला है कि अफगानिस्तान से भी दस सिख तीर्थयात्री गुरु नानक देव जी की 552वीं जयंती के मौके पर तोरखम सीमा से पाकिस्तान पहुंच चुके हैं। इस जत्थे में चार पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं।
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने करतारपुर साहिब गलियारे को खोले जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है कि "बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों को फायदा पहुंचाने वाला एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए, पीएम @Narendramodi सरकार ने 17 नवंबर से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का फैसला किया है। यह निर्णय श्री गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है।"
पाकिस्तान की सीमा में स्थित दरबार साहिब जाने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु खुद को https://prakashpurb550.mha.gov.in/kpr/ पर ऑनलाइन पंजीकृत करा सकते हैं।
टिप्पणियाँ