यूरोप के कोरोना महामारी का 'एपिसेंटर' बनते जाने से डब्ल्यूएचओ में चिंता का स्तर बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा प्रभावित दिखने वाले फ्रांस के बाद, जर्मनी में भी पिछले 24 घंटों में कोरोना के नए मामले 50 हजार का आंकड़ा पार कर चुके थे
कोरोना महामारी अपनी विभीषक भयावहता के साथ एक बार फिर हावी होती जा रही है। इससे जुड़ी यूरोप से आने वाली खबरें एक बार फिर दुनिया को चिंता में डाल रही हैं। वहां गत सप्ताह संक्रमण के 20 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। समाचारों के अनुसार 27 हजार लोगों ने एक ही हफ्ते में अपनी जान गंवाई है। यूरोप के कोरोना महामारी का 'एपिसेंटर' बनते जाने से डब्ल्यूएचओ में चिंता का स्तर बढ़ता जा रहा है। यूरोप में सबसे ज्यादा प्रभावित दिखने वाले फ्रांस के बाद, उधर अमेरिका में भी लोगों को यह डर सता रहा है कि वहां भी कोरोना की पांचवी लहर अपना असर दिखा सकती है। उधर जर्मनी में भी पिछले 24 घंटों में कोरोना के नए मामले 50 हजार का आंकड़ा पार कर चुके थे। वहां महामारी से 235 लोगों की मृत्यु हो गई है। चांसलर एंजेला मार्केल ने लोगों से जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवाने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक तेद्रोस घेब्रेयेसस ने जेनेवा में एक प्रेस कांफ्रेंस में यूरोप में तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि यूरोप में गत सप्ताह कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे ज्यादा मामले देखने में आए हैं।
इस बीच फ्रांस के बाद अमेरिका भी कोविड की पांचवीं लहर की आशंका को लेकर चिंतित है। वहां के अनेक प्रांतों में संक्रमण के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। अमेरिका में इस वक्त सबसे ज्यादा प्रभावित हैं उत्तरी तथा पर्वतीय क्षेत्र। 'यूएसए टुडे' में जान हापकिंस यूनिवर्सिटी के दो दिन पूर्व ही प्रकाशित आंकड़ों के आधार पर चीन की सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी का कहना है कि गत सप्ताह के मध्य में 29 प्रांतों में संक्रमितों का आंकड़ा उससे पहले के हफ्ते के मुकाबले ज्यादा रहा था। विशेषज्ञों के अनुसार, एक हफ्ते पहले के मुकाबले 23 प्रांतों के अस्पतालों से कोविड महामारी के मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 'यूएस टुडे' की रिपोर्ट बताती है कि विशेषज्ञ इसके पीछे कई आयामों को जिम्मेदार बता रहे हैं। इनमें वायरस के फैलने का अनुकूल मौसम, रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना तथा बिना वैक्सीन वाले लोग शामिल हैं। उन्होंने फिलहाल अमेरिका में कोरोना की समस्या बने रहने के बारे में चेताया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक तेद्रोस ने यूरोप में बढ़ते मामलों के संदर्भ में बताया था कि वहां पिछले हफ्ते महामारी की शुरुआत हुई थी और उसके बाद से इस हफ्ते सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं। वहां कोरोना संक्रमण के लगभग 20 लाख नए मामले देखने में आए, जिनमें से 27 हजार लोगों की असमय मौत हो गई।
उधर जेनेवा की प्रेस कांफ्रेंस में ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक तेद्रोस ने यूरोप में बढ़ते मामलों के संदर्भ में बताया था कि वहां पिछले हफ्ते महामारी की शुरुआत हुई थी और उसके बाद से इस हफ्ते सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं। वहां कोरोना संक्रमण के लगभग 20 लाख नए मामले देखने में आए, जिनमें से 27 हजार लोगों की असमय मौत हो गई। हैरानी बात यह भी है कि कोरोना के मामले उन देशों में भी तेजी से बढ़ रहे हैं, जिनमें वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्राप्त किया जा चुका है या फिर वे यह करने वाले हैं। उधर चीन में भी कोरोना तेजी से बढ़ता देखा जा रहा है। 13 नवंबर तक यह वहां के 21 प्रांतों तक पहुंच चुका था।
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