राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख श्री स्वांत रंजन के बड़े भाई 91 वर्षीय डॉ मनोरंजन ज्योतिषी ने वाराणसी में अंतिम सांस ली। चिकित्सक के अनुसार उन्हें गंभीर बीमारी थी, जिसके चलते पिछले 3-4 माह से अस्वस्थ थे।
श्री स्वांत रंजन चार भाई हैं। दिवंगत डॉक्टर मनोरंजन ज्योतिषी मेरठ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। वे चारो भाइयों में सबसे बड़े थे। दूसरे भाई डॉ चितरंजन संगीतज्ञ हैं। तीसरे भाई डॉ. हृदय रंजन पेशे से चिकित्सक हैं। सबसे छोटे स्वांत रंजन जी हैं। डॉ मनोरंजन अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनको एक पुत्र और एक पुत्री है। उनके सुपुत्र राघवेन्द्र ज्योतिष केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं और लखनऊ में पदस्थापित हैं।
बता दें कि श्री स्वांत रंजन जी के पिताजी स्व. गया प्रसाद ज्योतिषी काशी के प्रख्यात ज्योतिषी थे। वह पंडित मदन मोहन मालवीय जी के अनन्य थे। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के निर्माण में उन्होंने भी बड़ी भूमिका निभाई। बिहार में डॉ मनोरजंन जी के निधन की खबर सुनते ही संघ कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। अपने शोक संदेश में संघ के दक्षिण बिहार प्रांत संघचालक राजकुमार सिन्हा ने उन्हें परिवार का मार्गदर्शक और प्रकांड ज्योतिषी बताया है और कहा कि उनके सतत प्रयास के कारण ही ज्योतिष की महत्ता बरकरार रही है। इस घड़ी में प्रार्थना है कि प्रभु परिवार को दुःख सहने की असीम शक्ति प्रदान करे और दिवंगत आत्मा को सद्गति दे।
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