राजस्थान स्थित भरतपुर की भाजपा सांसद रंजीता कोली के आवास पर देर रात अराजक तत्वों ने गोलीबारी करते हुए सांसद के पोस्टर पर क्रॉस का निशान लगाकर उस पर जिंदा कारतूस चिपकाए। साथ ही धमकी भरा एक पत्र भी छोड़ा। गोलीबारी की इस घटना के बाद से सांसद और उनके परिजन दहशत में हैं। खबर यह है कि हमले के समय सांसद के घर पर उनके दोनों सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे। इस घटना पर सांसद रंजीता कोली ने कहा कि साढ़े 9 बजे के आसपास भरतपुर से आना हुआ। इसके बाद भोजन करके 12 बजे के करीब सोने की तैयारी में लग गए। इसी दौरान गोली चलने की आवाज आई। मैं खुद नीचे चलकर देखने गई। जब घर का दरवाजा खोला तो सामने ही मेरा पोस्टर लगा हुआ था, जिस पर गोलियां चिपकी हुई थीं। साथ ही जो पत्र मिला उसमें लिखा है, “दलित है, दलित बनकर रह। सारी सांसद गिरी निकाल देंगे। पहले तो एक बार छोड़ दिया तो नहीं मानी। औकात में रह, तेरे को न तो अंबेडकर बाबा साहब बचाएगा और न मोदी और शाह। हवा में उड़ रही है न तू। यह तो सिर्फ एक ट्रेलर है। अगली बार तेरे अंदर गोलियाँ भर देंगे।”
खानापूर्ति कर रहा पुलिस प्रशासन
अपराधियों को पकड़ने के बजाय पुलिस प्रशासन खानापूर्ति करने में जुटा हुआ है। इलाके के सीओ अजय कुमार का कहना है रात को सांसद रंजीता कोली के घर के बाहर एक धमकी भरा पत्र और उनके पोस्टर पर कारतूस चिपका कर जाने की जानकारी मिली थी। इसके बाद पुलिस अधिकारी वहां गए, लेकिन गोलीबारी का उन्हें कोई सबूत नहीं मिला। इस घटना पर भाजपा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को आड़े हाथों लिया है। राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, “राजस्थान की बिगड़ती कानून व्यवस्था के प्रतिदिन अनेक उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। सांसद जैसे जनप्रतिनिधियों पर बार बार जानलेवा हमला हो रहा है। भरतपुर सांसद श्रीमती रंजीता कोली के घर पर हमला; आखिर राज्य के गृहमंत्री कब तक सोते रहेंगे; कानून व्यवस्था न सम्भले तो इस्तीफा दें।” इसी तरह सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ट्वीट करके कांग्रेस सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जब एक महिला सांसद पर उनके घर पर हमला हो, पूर्व महिला विधायक पर उनके पड़ोस में हमला हो, ग्रामीण महिला की चांदी के कड़े के लिए उसके खेत में हत्या कर दी जाए और घर—गांव, सड़क, जंगल—हर जगह दुष्कर्म की वारदातें लगातार होती रहें तो सवाल उठता है कि आखिर कौन सुरक्षित है राजस्थान में ?
उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद रंजीता कोली पर 27 मई, 2021 को भी एक हमला किया गया था। उस समय वह धरसोनी गाँव में कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का दौरा करने पहुँची थी। हमले के बाद की तस्वीरों में देखा गया था कि उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए थे और सीट पर ईंट-पत्थर भी थे।
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