सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्तूबर 1875 को गुजरात के नाडियाद में हुआ था। उनके जन्मदिन को पूरा भारत राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के लिए राष्ट्रीय एकता और सद्भावना को सर्वोपरि रही। उन्होंने छोटी-छोटी रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर आधुनिक भारत का निर्माण किया। भारत रत्न सरदार पटेल एक भारत श्रेष्ठ भारत के सूत्रधार थे। भारत की स्वतंत्रता के बाद 500 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोना और वह भी बिना हिंसा के, यह कार्य सरदार पटेल के अलावा किसी और से संभव नहीं हो सकता था। केवल हैदराबाद के ऑपरेशन पोलो के लिए उन्हें सेना भेजनी पड़ी थी।
नीतियों के प्रति अडिग रहने के कारण उन्हें लौह पुरुष की उपाधि दी गई। वह देश के पहले गृहमंत्री भी थे। गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया। इसे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी कहा जाता है। वह अन्याय नहीं सहन करते थे। बचपन से ही वह अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते थे। कहा जाता है कि उनके स्कूल के अध्यापक पुस्तकों का व्यापार करते थे। किताबें खरीदने के लिए वह बच्चों को बाध्य करते थे। इसका विरोध सरदार पटेल ने किया था।
हमारे अग्रणी राष्ट्र निर्माताओं में उच्च स्थान है
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने रविवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी 147वीं जयंती पर याद करते हुए कहा कि देश की एकता के प्रतीक, सरदार पटेल का हमारे अग्रणी राष्ट्र निर्माताओं में उच्च स्थान है। उन्हें राष्ट्रपति भवन में श्रद्धांजलि अर्पित की। सुबह राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने पटेल चौक जाकर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उन्होंने ट्वीट किया, “लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। देश की एकता के प्रतीक, सरदार पटेल का हमारे अग्रणी राष्ट्र निर्माताओं में उच्च स्थान है। नैतिकता पर आधारित कार्य-संस्कृति की स्थापना तथा राष्ट्र-सेवा के लिए देशवासी सरदार पटेल के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे।”
राष्ट्र की एकता के लिए समर्पण की प्रेरणा देता है सरदार पटेल का जीवन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए उनका समर्पण, निष्ठा, संघर्ष और त्याग हर भारतवासी को देश की एकता एवं अखंडता के लिए खुद को समर्पित करने की प्रेरणा देता है। शाह ने रविवार को ट्वीट कर कहा," अखंड भारत के ऐसे महान शिल्पी की जयंती पर उनके चरणों में वंदन व समस्त देशवासियों को ''राष्ट्रीय एकता दिवस'' की शुभकामनाएं। सरदार पटेल का जीवन हमें बताता है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, लौह नेतृत्व और अदम्य राष्ट्रप्रेम से देश के भीतर की सभी विविधताओं को एकता में बदल कर एक अखंड राष्ट्र का स्वरूप दे सकता है। सरदार साहब ने देश के एकीकरण के साथ आजाद भारत की प्रशासनिक नींव रखने का भी काम किया।" शाह ने गुजरात के केवड़िया में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी'' पर पटेल के चरणों में नमन कर पुष्पांजलि भी अर्पित की।
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