जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक बड़ा निर्णय लिया है। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्रीनगर में हुई प्रशासनिक परिषद की बैठक में स्कूलों, सड़क और इमारतों के नामकरण उन लोगों के नाम पर करने की मंजूरी दी गई, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। "आज़ादी का अमृत महोत्सव" समारोह के तहत सरकार ऐसी विभूतियों के नाम पर प्रमुख स्थानों का नामाकरण करेगी। प्रशासन द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, "केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा और विकास में असाधारण योगदान के लिए और उनके सम्मान की स्वीकृति के प्रतीक के रूप में, पहचाने गए बुनियादी ढांचों का नाम उन लोगों के नाम पर रखा जाएगा, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपनी जान गंवा दी या जम्मू-कश्मीर के जीवित दिग्गज हैं।” जम्मू कश्मीर सरकार के आयुक्त सचिव मनोज कुमार द्विवेदी की ओर से जारी आदेश में प्रशासनिक सचिवों को इस दिशा में कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। कालेजों, स्कूलों, सड़कों के नामकरण की प्रक्रिया की निगरानी जम्मू व कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर करेंगे। वहीं कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेवारी डिप्टी कमिश्नरों की रहेगी।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने राज्य में देश के लिए प्राणों की आहुति देने वालों के साथ राष्ट्रभाव को बढ़ावा देने वाले निवासियों को समर्पित किए कालेजों, स्कूलों व भवनों के नाम जारी कर दिए हैं।
टिप्पणियाँ