उत्तराखंड में आई आपदा में मृतकों की संख्या 80 तक पहुंच गई है। सुन्दरढूंगा चोटी पर ट्रैकिंग के लिए गए 5 पर्वतारोहियों के शव बर्फ में दबे मिले हैं। इनके साथ गए गाइड के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। उत्तराखंड में 18 और 19 अक्टूबर को हुई आफत की बारिश के बाद से अब तक 217 सड़कें बन्द पड़ी हैं। सड़कें या तो बह गई हैं या फिर उनमें मलबा आया हुआ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए 143 करोड़ रुपए अवमुक्त कर दिए हैं। धामी ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बात कर पहाड़ों पर बर्बाद हुए एनएच को तुरंत मरम्मत करवाने का अनुरोध किया है। गडकरी ने आश्वस्त किया है कि वह उत्तराखंड की सड़कों को प्राथमिकता से देख रहे हैं, आपदा में हम राज्य की जनता के दुःख-दर्द में साथ हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने आपदा में क्षतिग्रस्त मकानों के मुआवजे की राशि एक लाख से बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के भी आदेश जारी कर दिए हैं। बागेश्वर जिले से खबर है कि सुन्दरढूंगा ट्रैक पर लापता 5 पर्वतारोहियों के शव मिलने के बाद भी राज्य में लापता चार लोगों की खोज अभी भी जारी है।
नैनीताल जिले में कई स्थानों पर अभी भी हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है। बारिश थम गई है, लेकिन सड़कें खोलने के काम मे सुस्ती है जिसे लेकर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और क्षेत्र के सांसद अजय भट्ट ने अधिकारियों से नाराजगी भी जताई है।
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