गुवाहाटी में फरवरी,2022 में ‘लोक परम्परा’ पर केंद्रित लोकमंथन का आयोजन किया जाएगा। गत दिनों इसकी तैयारी बैठक हुई। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि सनातनी सभ्यता और संस्कृति जीवन में हमेंं ज्ञान और विवेक की तलाश में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
हमारी लोक संस्कृति ने हमें दृढ़ संकल्प के साथ सामर्थ्यवान जीवन जीने का मार्ग दिखाया है। इसलिए सनातन संस्कृति-सभ्यता की रक्षा के साथ उसके उन्नयन की जरूरत है। बैठक में प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक श्री जे. नंद कुमार ने कहा कि फरवरी में होने वाले लोकमंथन के लोक परम्परा संस्करण में कई सांस्कृतिक और बौद्धिक विद्वान शामिल होंगे।
कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए असम के सांस्कृतिक मंत्री बिमल बोरा की अध्यक्षता में एक आयोजन समिति का गठन किया गया है। इस मौके पर ’ङ्म‘ेंल्ल३ँंल्ल.ङ्म१ॅ की वेबसाइट भी प्रारंभ की गई।
उल्लेखनीय है कि ‘लोकमंथन’ प्रज्ञा प्रवाह द्वारा देश के कोने-कोने में छिपी संस्कृति और परम्परा की तलाश में शुरू की गई सतत यात्रा है। वर्ष, 2016 में शुरू की गई इस यात्रा को देशभर से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
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