हरियाणा में सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह हत्याकांड में अब तक 4 निहंगों ने आत्मसमर्पण किया है। सभी को रविवार को सोनीपत अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन आरोपियों को 6 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सुनवाई के दौरान एक निहंग नारायण सिंह ने जज के समक्ष न केवल अपना अपराध कबूला, बल्कि उसने यह भी बताया कि उन लोगों ने किस तरह लखबीर को मौत के घाट उतारा।
निहंग नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत ने शनिवार को, जबकि सरबजीत सिंह ने शुक्रवार को ही आत्मसमर्पण कर दिया था। रविवार दोपहर बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त तलवार, अन्य आरोपियों की शिनाख्त सहित अन्य साक्ष्य जुटाने के लिए चारों को 14 के लिए हिरासत में भेजने की मांग की। इसी दौरान नारायण सिंह ने जज किमी सिंगला के समक्ष अपना अपराध कबूल लिया। नारायण सिंह ने कहा कि लखबीर ने श्री गुरुग्रंथ साहिब का अपमान किया, इसलिए उसने तलवार से उसकी टांग काटी, सरबजीत ने हाथ और भगवंत व गोविंदप्रीत ने उसके शव को बैरिकेड पर लटकाने में मदद की। उसने दावा किया कि लखबीर की हत्या में चार लोग ही शामिल थे और सभी ने समर्पण कर दिया है। अदालत में केवल नारायण सिंह ने ही अपराध कबूला, शेष चुपचाप खड़े थे। नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत की ओर से कोई वकील पेश नहीं हुआ तो अदालत ने संदीप भारद्वाज को उनका वकील नियुक्त किया। पुलिस ने तीन आरोपियों को 6 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। 22 अक्तूबर को इन्हें चौथे आरोपी सरबीजीत सिंह के साथ अदालत में पेश किया जाएगा। इस दौरान सभी आरोपियों का रोजाना मेडिकल कराया जाएगा।
पुलिस को निहंगों की धमकी
सिंघु बॉर्डर पर कथित किसान आंदोलन में शामिल निहंग जत्थेबंदियों ने भगवंत और गोविंदप्रीत के आत्मसमर्पण के बाद हरियाणा पुलिस को चुनौती दी है। निहंग बाबा राजा राम सिंह ने सोनीपत पुलिस-प्रशासन को धमकाते हुए कहा है कि अब वे अपने किसी और साथी का समर्पण नहीं कराएंगे। यदि पुलिस ने किसी अन्य निहंग की गिरफ्तारी की बात भी की तो वे समर्पण कर चुके अपने चारों साथियों को भी छुड़वा लाएंगे। बता दें कि शनिवार रात को भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत के आत्मसमर्पण से पहले शाम को सिंघु बॉर्डर पर सभी निहंग जत्थेबंदियों ने बैठक कर चर्चा की। उसके बाद बाबा अमनदीप सिंह भगवंत सिंह व गोबिंदप्रीत को लेकर बाबा राम सिंह के पास पहुंचे। यहीं से सोनीपत पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। इस दौरान थाना प्रभारी रवि कुमार की बाबा अमनदीप सिंह, बाबा राम सिंह और अन्य निहंग जत्थेबंदियों के प्रमुखों से बात की। इस दौरान बाबा अमनदीप सिंह ने फिर कहा कि बाबा राजा राम सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान करने वालों को यही सजा मिलेगी। इस मुद्दे पर निहंग जत्थेबंदियां कोई समझौता नहीं करेंगी। अगर हम पुलिस-प्रशासन को सहयोग कर रहे हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम उनकी कोई भी ज्यादती बर्दाश्त करेंगे।
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