कश्मीर में हिन्दू-सिखों की नृशंस हत्या के विरोध में बजरंग दल का फूटा गुस्सा। कार्यकर्ताओं ने देशभर में विरोध प्रदर्शन कर पाकिस्तान और आतंकवाद का किया पुतला दहन।
कश्मीर घाटी में हुए हिन्दू-सिखों की नृशंस हत्या के विरोध में 9 अक्तूबर को बजरंग दल ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान और आतंकवाद के पुतलों का दहन किया। विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल के नेतृत्व में लाखों राष्ट्रभक्त युवाओं ने जम्मू से कन्याकुमारी तथा गुवाहाटी व ईटानगर से जैसलमेर तक लगभग 3500 स्थानों पर प्रदर्शन कर आतंकवाद व आतंकी पाकिस्तान का पुतला दहन किया। हिंदू समाज पर लगातार हो रहे हमलों के विरोध में किए गए इन विराट प्रदर्शनों में जिहादी आतंकवाद के समूल नाश के संकल्प के साथ कश्मीरी पीड़ित हिंदू-सिख परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए यह संदेश भी दिया गया कि सम्पूर्ण देश उनके साथ खड़ा है तथा जिहादी आतंकवाद की कब्र भारत ही खोदेगा।
विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने मदुरै में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए दोहराया कि कश्मीर घाटी में पांच दिन में सात भारतीयों की नृशंस हत्या विश्व समुदाय की आंखें खोलने वाली है। आतंकवाद को राजनीतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने वाले पाकिस्तान का विश्व समुदाय द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिए।
कन्याकुमारी में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी ने कहा कि 1309 वर्ष से भारत इस्लामी आतंकवाद से लड़ रहा है। हम इसे एक-एक आतंकवादी की समाप्ति तक लड़ेंगे। कश्मीर में एक बार फिर से 1990 के दशक की तरह चुन—चुन कर हिंदुओं की हत्या की जा रही है। यह सब सीमा पार से पाकिस्तान प्रेरित आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35—ए के हटने के बाद अब अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के कारण आतंकवादी घटनाओं में एका-एक वृद्धि हुई है। भारत सरकार कश्मीर से हो रहे हिन्दुओं के पलायन को रोके, उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करे और कश्मीर के हर एक हिंदू को आत्मरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस जारी करे तथा विस्थापितों के सुरक्षित पुनर्वास की व्यवस्था करे।
बेंगलुरु में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय सह-संयोजक सूर्य नारायण ने कहा कि आतंकवादी या तो अपने आकाओं के पास आतंकिस्तान लौट जाएं अन्यथा देश का हिन्दू युवा इसका प्रतिकार करना जानता है।
कार्यकर्ताओं को उत्तर भारत के पटना में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रविंद्र नारायण सिंह ने, दक्षिण भारत के चेन्नई में केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार तथा नागपुर में विहिप के केन्द्रीय महामंत्री (संगठन) विनायक राव देशपांडे ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने राजनीतिक पर्यटन करने वाले जिहादियों के शुभचिंतकों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब हिंदुओं-सिखों को चुन-चुनकर मारा जाता है तो उनके मुंह में दही क्यों जम जाता है? उनका सेकुलरवाद उस समय क्यों मर जाता है जब हिन्दू मारा जाता है? ध्यान रहे कि इस्लामिक आतंकवादी सांपों को दूध पिलाने वाले स्वयं भी सुरक्षित नहीं हैं।
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