तालिबान लड़ाकों के साथ अफगानिस्तान पर राज कर रहा हक्कानी नेटवर्क का नेता अनस हक्कानी उस हमलावर महमूद गजनवी की कब्र पर गया, जिसने भारत के सुप्रसिद्ध तीर्थ सोमनाथ मंदिर पर 17 बार हमला करके उसे ध्वस्त किया था। महमूद गजनवी तुर्की में गजनवी हुकूमत का पहला स्वतंत्र शासक था। उसने 998 से 1030 एडी तक हुकूमत चलाई। इसी महमूद गजनवी ने गुजरात के सुप्रसिद्ध तीर्थ सोमनाथ मंदिर को 17 बार हमला करके ध्वस्त किया था और हर बार यहां के शासकों ने उसे सकुशल जाने दिया था। आखिरी बार गजनवी ने 1024 एडी में सोमनाथ पर हमला करके उस तोड़ा और मंदिर की संपत्ति लूटकर ले गया। सोमनाथ मंदिर ही नहीं, गजनवी ने भारत में ऐसे अनेक मंदिरों पर हमला किया जहां दौलत और संपत्ति के अकूत भंडार थे। गजनवी ने तमाम मंदिरों को तोड़ा और उनके सारे हीरे-जवाहरात ले उड़ा था। इसी लुटेरे और क्रूर हत्यारे गजनवी के बारे में हक्कानी ने उसकी कब्र पर कहा कि 'सोमनाथ को निशाना बनाने वाला गजनवी एक मजबूत मुस्लिम शासक' था।
अनस हक्कानी का बड़ा भाई जिहादी सिराजुद्दीन हक्कानी मजहबी उन्मादी तालिबान की सरकार में गृहमंत्री है।
हक्कानी नेटवर्क का सरगना अनस हक्कानी तालिबान की सरकार में बड़ा कद रखता है। वह गत मंलगवार को गजनवी की कब्र पर गया था।
अनस हक्कानी न सिर्फ गजनवी की कब्र देखने गया, बल्कि उसकी तारीफों के पुल बांधने लगा। उस जिहादी हमलावर लुटेरे को उसने एक 'जाना-माना मुजाहिद मुस्लिम योद्धा' कहा। इससे आगे बढ़ते हुए अनस हक्कानी ने भारत में गजनवी द्वारा सोमनाथ मंदिर को ध्वस्त करने की जिहादी कृत्य का उल्लेख करते हुए कहा कि उसने वहां मूर्तियां भी तोड़ीं।
गजनवी तुर्की में गजनवी हुकूमत का पहला स्वतंत्र शासक था। उसने 998 से 1030 एडी तक हुकूमत चलाई। इसी महमूद गजनवी ने गुजरात के सुप्रसिद्ध तीर्थ सोमनाथ मंदिर को 17 बार हमला करके ध्वस्त किया था। आखिरी बार गजनवी ने 1024 एडी में सोमनाथ पर हमला करके उसे तोड़ा और मंदिर की संपत्ति लूटकर ले गया। गजनवी ने भारत में ऐसे अनेक मंदिरों पर हमला किया जहां दौलत और संपत्ति के अकूत भंडार थे।
अनस ने गजनवी की कब्र के दौरे के बाद ट्वीट में लिखा-''आज हमने 10 वीं शताब्दी के एक जाने-माने मुस्लिम योद्धा और मुजाहिद सुल्तान महमूद गजनवी की दरगाह का दौरा किया। गजनवी (उस पर अल्लाह की रहमत हो) ने गजनी से इलाके में एक ताकतवर मुस्लिम राज कायम किया और सोमनाथ की मूर्ति को तोड़ा।'' अनस हक्कानी पहले भी अपने साक्षात्कारों में भारत के विरुद्ध बयानबाजी कर चुका है।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में अनस ने कहा था कि अफगानिस्तान भारत का सच्चा दोस्त नहीं है। अनस ने भारतीय मीडिया पर भी कीचड़ उछाली थी। हक्कानी नेता का कहना था कि भारत को अफगानिस्तान की तरफ अपनी नीति बदलनी होगी। उसने कहा, भारत ने पिछले 20 साल से लड़ाई को हवा दी है। अभी तक शांति के लिए कुछ नहीं किया है।
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