बरेली में पिछले दस सालों में बने देश के सबसे बड़े स्मैक के अड्डों पर योगी सरकार का बुल्डोजर चलने लगा है। नशा जिहाद के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई कर रहा है।
बरेली में पिछले दस सालों में बने देश के सबसे बड़े स्मैक के अड्डों पर योगी सरकार का बुल्डोजर चलने लगा है। नशा जिहाद के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई कर रहा है। यहां तक कि स्मैक तस्करों पर गैंगस्टर लगाए गए हैं और उनकी करोड़ों की संपत्तियों को या तो बुल्डोजर से रौंद दिया गया है या फिर उन्हें कुर्क कर दिया गया। पुलिस के भय से नशा जिहादी दूसरे राज्यों या नेपाल जाकर छिप रहे हैं।
बता दें कि बरेली का मीरगंज, फतेहगंज इलाका देश ही नहीं विदेशों में भी स्मैक के अड्डे के रूप में कुख्यात हो चला था। योगी सरकार ने इस अपराध पर सख्त रुख अपनाया और इसे जड़ से खत्म करने की मंशा से पुलिस को सख्ती बरतने का आदेश दिया। नतीजा ये हुआ कि स्मैक तस्कर भूमिगत हो गए। अब पुलिस खोजकर कानूनी कार्रवाई कर रही है। बीते दिनों डीएम नितेश कुमार ने यहां के सबसे बड़े स्मैक तस्कर तैमूर भोला की करीब 14 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने के निर्देश दिए हैं। तैमूर पर गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए 50 हज़ार का ईनाम भी रखा गया है। पुलिस को तैमूर के बारे में जानकारी मिली ही कि वह दिल्ली पुलिस के नॉरकोटिक्स सेल में समर्पण कर जेल चला गया है। तैमूर की संपत्तियों के बारे में आयकर और अन्य विभाग भी खातों की जांच पड़ताल कर रहे हैं। बता दें कि उस पर दिल्ली में 9 एवं यूपी में 7 मुकद्दमे दर्ज हैं।
तैमूर प्रकरण पर एसपी राजेश अग्रवाल बताते हैं कि उसके अन्य साथी पुलिस की गिरफ्त में हैं। इन सभी की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बरेली पुलिस ने पहली बार स्मैक के अवैध कारोबार को खत्म करने की कोशिश की है।एक अन्य तस्कर शाहिद खान छोटे को 20 किलो स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। छोटे का नेटवर्क भी यूपी, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड एवं पंजाब तक फैला हुआ है। इसके अलावा पुलिस ने होमगार्ड नवी हसन और उसके बेटे रिफाकत को फतेहगंज से स्मैक के साथ पकड़ा है।
ये दोनों काफी समय से फरार चल रहे थे। एक और स्मैक तस्कर फैयाज हुसैन को पकड़ा गया है, जो कि नेपाल तक अवैध कारोबार को फैलाये हुए था। पुलिस ने पिछले 6 महीने में 29 स्मैक तस्कर जेल भेजे हैं। इन सभी की अवैध सम्पत्तियों को सील किया गया है। फरार तस्करों पर इनाम घोषित किये गए हैं। गिरफ्तार किए गए राजू सैफी,सलीम, शोएब, फईम हसीन, छोटे खान, गैंगस्टर में निरुद्ध किये गए हैं।
बरेली में स्मैक तस्करों पर पुलिस के नियंत्रण का दावा तो जरूर है, लेकिन इनकी पहुंच सफेदपोश नेताओं तक है। योगी सरकार आने से पहले सफ़ेदपोश नेताओं के संरक्षण में ही जिले में नशा जिहाद तेजी से बढ़ा था।
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