पश्चिम उत्तर प्रदेश डेस्क
मुजफ्फरनगर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के शहरों में कन्वर्जन के आरोप में गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी और उनके साथियों से हो रही पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिल रही हैं। खबर है कि हिदू से मुस्लिम बने और फिर हिन्दू बने सौरभ गुप्ता, सुशील जैन और नितिन पंत को पुलिस सरकारी गवाह बना सकती है।
मुजफ्फरनगर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के शहरों में कन्वर्जन के आरोप में गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी और उनके साथियों से हो रही पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिल रही हैं। खबर है कि हिदू से मुस्लिम बने और फिर हिन्दू बने सौरभ गुप्ता, सुशील जैन और नितिन पंत को पुलिस सरकारी गवाह बना सकती है।
दिल्ली, मुजफ्फरनगर, मेरठ और कई अन्य शहरों में कन्वर्जन की मुहिम चलाने वाले मदरसा जामिया वलीउल्लाह इस्लामिया के संचालक मौलाना कलीम सिद्दीकी और उनके करीब दस साथियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। मौलाना कलीम पर 73 हिंदुओं के कन्वर्जन के आरोप हैं। इनमें से तीन सौरभ गुप्ता, नितिन पन्त और सुशील जैन भी पुलिस के पास रहकर मौलाना कलीम के बारे में अहम जानकारियां साझा कर रहे हैं।
सौरभ और नितिन दोनों ने करीब बारह साल मौलाना के चुंगल में बिताए और मुस्लिम होकर बाकायदा नमाजी हो गए। इन्हें हिन्दू लड़के—लड़कियों को फंसा कर उन्हें मुस्लिम बनाने के प्रलोभन के काम पर लगाया हुआ था। दोनों किसी तरह इनके जाल को तोड़ कर बाहर आये और पुनः हिन्दू बन गए। खबर है कि यहीं से पुलिस को मौलाना कलीम पर संदेह हुआ। सौरभ रिहान बन गया था और नितिन को अली हसन नाम मौलाना ने ही दिया था। पुलिस अब सुशील जैन से भी जानकारी जुटाने में लगी है। सुशील भी मुस्लिम बनाया गया था।
सुशील और सौरभ को मुजफ्फरनगर में एक बड़ा यज्ञ करके हिन्दू धर्म में वापसी करवायी गयी थी। जानकारी के अनुसार पुलिस सौरभ, नितिन और सुशील के जरिये उन लोगों तक पहुंचना चाहती है, जिन्हें मौलाना ने मुस्लिम बनाया। ऐसे करीब 73 लोगों की सूची पुलिस द्वारा तैयार की गई है। ये तीनों पुलिस के गवाह बन सकते हैं, हालांकि ये कहना अभी जल्दबाजी होगी।
हिन्दू धर्म में वापस लौटे सौरभ को अभी उसके घर वालों ने स्वीकार नहीं किया है। खबर है कि उसने अपनी बीबी सादमा और बच्चों को भी बड़ौत में छोड़ दिया है।
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