दिनेश मानसेरा
उत्तराखंड और यूपी में नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में पिछले दस सालों में मुसलमान आबादी बढ़ गयी है। इन क्षेत्रों में करीब चार सौ मस्जिद—मदरसें खुले हैं। खुफिया रिपोर्ट ये भी कहती है कि बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान तक जाने वाली जीटी रोड के दोनों तरफ मुस्लिम आबादी योजनाबद्ध तरीके से तेज़ी से बसी है।
उत्तराखंड और यूपी में नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में पिछले दस सालों में मुसलमान आबादी बढ़ गयी है। इन क्षेत्रों में करीब चार सौ मस्जिद—मदरसें खुले हैं। खुफिया रिपोर्ट ये भी कहती है कि बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान तक जाने वाली जीटी रोड के दोनों तरफ मुस्लिम आबादी योजनाबद्ध तरीके से तेज़ी से बसी है।
सुरक्षा एजेंसियों की खुफिया रिपोर्ट कहती है कि उत्तराखंड के धारचूला, जौलजीवी पिथौरागढ़, खटीमा, बनबसा, झूलाघाट कस्बों में मुस्लिम आबादी के साथ—साथ मदरसों और मस्जिदों की संख्या में तेज़ी से इज़ाफ़ा हो रहा है। ये वह शहर हैं जो कि नेपाल की सीमा से जुड़े हुए हैं। खबरों के मुताबिक यूपी के बहराइच, बस्ती और गोरखपुर क्षेत्रों में भी नेपाल सीमा पर मुस्लिम आबादी एवं मदरसों और मस्जिदों का बढ़ना पिछले दस सालों में तेज़ हुआ है।
एक महत्वपूर्ण जानकारी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर यह भी है कि बांग्लादेश सीमा से पाकिस्तान सीमा तक जाने वाले ग्रांट ट्रंक रोड के दोनों तरफ पिछले बीस सालों में मुस्लिम आबादी की बसावट बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से हुई है। इस सड़क को एक खास गलियारे का स्वरूप दिया जा रहा है। इसमें बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को बसाया गया है। बंगाल, बिहार, यूपी, हरियाणा, पंजाब एवं जहां—जहां से जीटी रोड गुजरती है, उन शहरों में मजहबी—सामाजिक समीकरणों में बदलाव साफ दिखाई दे रहा है। क्या ये सब एक साजिश के तहत हो रहा है ? पुराने लोग कहते थे कि पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिम पाकिस्तान को जोड़ने के लिए ये गलियारा हासिल करना, पाकिस्तानी मुस्लिम लीग नेताओं का एक ख्वाब था। जिसे भारत ने कभी पूरा नहीं होने दिया। लेकिन अब मुस्लिम परस्त ताकतें इस कॉरिडोर पर एक साजिश के तहत काम कर रही हैं।
बता दें कि नेपाल सीमा से लगे भारतीय क्षेत्रों से देश विरोधी तत्वों का नेपाल की जमीन का उपयोग करने की वारदातें हमेशा से सुर्खियां बटोरती रही हैं। यहां अपराधी वारदात करके नेपाल सीमा के जाकर छुप जाता है या वहां से काठमांडू के रास्ते दुनिया के किसी भी मुल्क में जाकर पनाह ले लेता है। कंधार विमान अपहरण कांड की साजिश नेपाल के रास्ते ही रची गयी थी। दाऊद गैंग का गुर्गा मिर्जा दिलशाद बेग नेपाल में सांसद बनकर भारत विरोधी घटनाओं में लिप्त रहा, जिसकी बाद में छोटा राजन गिरोह ने हत्या कर दी थी। नेपाल सीमा से लगे भारतीय क्षेत्रों में क्यों मदरसे—मस्जिदें बढ़ रही हैं, इसके पीछे क्या मकसद है ? कौन इन्हें फंडिंग कर रहा है ? जानकारी के अनुसार इन मदरसों—मस्जिदों को पाकिस्तान से संरक्षण प्राप्त दावत ए इस्लामिया नामक संस्था के जरिये फंडिंग हुई है। इसी संस्था का नाम बिहार, नेपाल सीमा पर बसे शहरों रोताहाट, परसा, सुनसारी कस्बे में बने मुस्लिम गेस्ट हाउस मदरसों को फंडिंग करने में भी आया था।
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