अभी तक किसी जिहादी गुट ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके पीछे वे मजहबी उन्मादी ताकतें हैं जो पड़ोसी अफगानिस्तान में शरिया पसंद तालिबान से शह पाकर इस इस्लामी देश में भी लड़कियों की पढ़ाई के पीछे हाथ धोकर पड़ गई हैं
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे में लड़कियों के स्कूल में जबरदस्त बम विस्फोट किए गए, जिसके बाद इलाके में तनाव का माहौल है। हालांकि अभी तक किसी जिहादी गुट ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके पीछे वे मजहबी उन्मादी ताकतें हैं जो पड़ोसी अफगानिस्तान में शरिया वाले तालिबान से शह पाकर इस इस्लामी देश में भी लड़कियों की पढ़ाई के पीछे हाथ धोकर पड़ गई हैं।
बताते हैं, खैबर पख्तूनख्वा में लड़कियों का इस स्कूल में निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन अब इस विस्फोट के बाद इमारत को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। स्कूल का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। हालांकि अभी किसी की जान जाने की खबर नहीं मिली है।
खैबर पख्तूनख्वा सूबे में टांक जिले के बालिका माध्यमिक विद्यालय में यह बम विस्फोट किया गया है। इस धमाके से स्कूल की चारदिवारी तथा कुछ कमरे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। पुलिस के अनुसार, टांक जिले की सीमा दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले से सटी है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में लड़कियों के अनेक स्कूलों पर हमले हुए हैं।
पुलिस ने कहा है कि खैबर पख्तूनख्वा सूबे में टांक जिले के बालिका माध्यमिक विद्यालय में यह बम विस्फोट किया गया है। इस धमाके से स्कूल की चारदिवारी तथा कुछ कमरे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। पुलिस के अनुसार, टांक जिले की सीमा दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले से सटी है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में लड़कियों के अनेक स्कूलों पर हमले हुए हैं। इनके पीछे एक ही मकसद माना जा रहा है कि शिक्षण संस्थान, विशेषकर लड़कियों के स्कूल शरिया पसंद जिहादियों के निशाने पर हैं। ये तत्व पाकिस्तान में महिला शिक्षा का विरोध करते रहे हैं और अब तो तालिबान द्वारा लड़कियों के लिए स्कूली शिक्षा पर पाबंदी लगाने के बाद इन तत्वों को शह मिल गई है।
एक रपट बताती है कि गत 12 वर्ष में जनजातीय इलाकों में 1500 से ज्यादा स्कूलों को तहस-नहस किया गया है।
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