टिहरी स्थित अंजनीसेन कस्बे में मोबाइल रिपेयर करने वाला असलम अपना नाम कभी सोनू कभी मोनू तो कभी राहुल बताता था। दुकान पर आने वाली हिन्दू लड़कियों के नम्बर सेव कर उन्हें रात बेरात कॉल करता था। इस दौरान उसने एक युवती को ब्लैकमेल किया। जब शिकायत हुई तो उसे पकड़ा गया और पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया।
उत्तराखंड ब्यूरो
टिहरी स्थित अंजनीसेन कस्बे में मोबाइल रिपेयर करने वाला असलम अपना नाम कभी सोनू कभी मोनू तो कभी राहुल बताता था। दुकान पर आने वाली हिन्दू लड़कियों के नम्बर सेव कर उन्हें रात बेरात कॉल करता था। इस दौरान उसने एक युवती को ब्लैकमेल किया। जब शिकायत हुई तो उसे पकड़ा गया और पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया।
जानकारी के मुताबिक टिहरी जिले में मां चन्द्रबढ़नी सिद्धपीठ से लगे कस्बे अजनीसेन में असलम बिजनौर जिले से यहां आकर रहने लगा। ग्राम प्रधान भी गढ़वाली मुस्लिम समुदाय से था। लिहाजा उसने यहां आधारकार्ड भी बनवा लिया और उसकी मोबाइल रिपेयर की दुकान में काम करने लगा। काम के दौरान हिन्दू लड़कियां मोबाइल ठीक कराने के लिए आती थीं और धीरे—धीरे ये उनके नंबर सेव करके उनसे अश्लील बातें और मैसेज भेजने लगा। इसी तरह उसने एक स्थानीय युवती इसी तरह से संदेश भेजे और ब्लैकमेल किया।
आवाज रिकॉर्ड होने पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला आरोपी का असली नाम असलम सिद्दकी है, जो कि राहुल उर्फ सोनू के नाम से कॉल किया करता था। पुलिस ने असलम को हिरासत में ले लिया है। कस्बे के लोगों मे गुस्सा इस बात को लेकर फैला जब पुलिस ने ग्राम प्रधान के कहने पर उसे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। लोगों का गुस्सा देख असलम वहां से फरार हो गया। पुलिस मामले में आई टी एक्सपर्ट्स की विधिक राय से सबूत जुटा कर जांच आगे बढ़ा रही है। स्थानीय निवासी वीरेंद्र सेंगर ने बताया कि ये लव जिहाद का मामला है और पुलिस ने पहले इसे दबाने की कोशिश की। फिर जब लोग गुस्से में आये तो पुलिस हरकत में आई।
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