इन दिनों बिहार का बेगूसराय जिला जिहादी तत्वों की करतूतों के लिए चर्चित है। जिहादी तत्व गरीब और वंचित हिंदुओं को अपने निशाने पर रख रहे हैं महिला उत्पीड़न का सांकेतिक चित्र
संजीव कुमार
गत दिनों बेगूसराय (बिहार) के डंडारी प्रखंड के कटहरी गांव में कुछ जिहादियों ने एक 11 वर्षीया हिंदू बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। डंडारी थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार देर रात को रविदास टोला में रहने वाली यह बच्ची शौच के लिए घर से बाहर निकली थी, तभी 22 वर्षीय मो. लड्डू और 26 वर्षीय मो. सिंटू ने उसे दबोच लिया। रिपोर्ट के अनुसार मो. लड्डू ने उसके मुंह को ओढ़नी से बांध कर बाइक पर बैठा लिया और उसे लगभग एक किलोमीटर दूर कब्रिस्तान ले गया। वहां उसके साथ मारपीट की गई और बाद में बलात्कार किया गया। जब बच्ची इनके जुल्म से बेहोश हो गई तो ये लोग उसे रविदास टोला के समीप छोड़ कर भाग गए। किसी की नजर पड़ी तो उसने टोले में जाकर लोगों को सूचना दी। कुछ स्वस्थ होने पर लड़की ने 10 अगस्त को डंडारी थाने में अपने परिजनों के साथ एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी सक्रिय हुए। इस कारण प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस ने मो. लड्डू को गिरफ्तार कर लिया है।
बेगूसराय जिले में इससे पहले भी इस तरह की अनेक घटनाएं हो चुकी हैं। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता राहुल कुमार इन घटनाओं के मूल में जनसांख्यिकी परिवर्तन को कारक मानते हैं। बता दें कि बेगूसराय के कई क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ी है। लाखो, साहेबपुर कमाल जैसे क्षेत्रों में मुस्लिमों की आबादी लगभग 50 प्रतिशत हो गई है।
गत फरवरी में भी बेगूसराय में इन हैवानों ने 11 साल की एक अन्य नाबालिग से बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी थी। उसकी लाश सिउरी पुल स्थित कोरिया घाट से मिली थी। बच्ची का अपहरण 13 फरवरी को हुआ था। यह बच्ची छठी कक्षा की छात्रा थी और अपने घर से बिस्कुट खरीदने गई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। परिजनों ने काफी खोज की। अंतत: 14 फरवरी को वीरपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बाद 18 फरवरी को उसकी लाश मिली थी। पुलिस के अनुसार छात्रा के साथ बलात्कार हुआ था।
कुछ दिन पहले भी बेगूसराय के शाहपुर गांव में वंचित समाज की एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ और उसके परिजनों पर हमले का मामला सामने आया था। इस घटना में लड़की के चाचा संतोष दास और भाई राजू व गौतम बुरी तरह से घायल हुए थे। इस घटना के संबंध में कहा जाता है कि वह लड़की सब्जी लेने के लिए साइकिल से रमजानपुर बाजार जा रही थी। तभी रास्ते में मो. अलाउद्दीन अपनी साइकिल उसके आगे घुमाने लगा। इस पर वह लड़की गिर गई और अलाउद्दीन उसे छेड़ने लगा। किसी तरह वह वहां से भाग पाई और अपने घर वालों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसके घर वाले अलाउद्दीन के घर गए तो वहां उसके घर वालों ने उन पर हमला कर दिया। इसकी शिकायत लड़की के घर वालों ने पुलिस से की। इसमें मो. अलाउद्दीन, मो. शाहिद, मो. इकबाल, मो. इस्माइल, मो. नूर आलम आदि पर छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया गया था। बेगूसराय जिले में ऐसी घटनाओं की बाढ़ आ चुकी है। यहां लव जिहाद के भी कई मामले सामने आ चुके हैं। अगर समय रहते इन पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आने वाला समय और कठिन होने वाला है।
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