सुनील राय
प्रदेश में गन्ना उत्पादन में हमेशा पश्चिमी उत्तर प्रदेश आगे रहा है लेकिन इस बार गन्ना उत्पादन में पूर्वांचल तेजी से आगे बढ़ रहा है. गत चार वर्षों में पूर्वांचल में गन्ना क्षेत्रफल में 1.34 लाख हेक्टेयर की रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है.
पूर्वांचल में गन्ना क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी के साथ गन्ना उपज व किसानों की आमदनी भी बढ़ गई है. गन्ना विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वांचल में गत चार वर्षों में गन्ना क्षेत्रफल 4.39 लाख हेक्टेयर से बढ़ कर 5.73 लाख हेक्टेयर हो गया है. इस प्रकार से गन्ना क्षेत्रफल में 1.34 लाख हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी हुई है.
जानकारी के अनुसार , चीनी मिलों की स्थापना व कोरोना काल के दौरान उनका संचालन, किसानों को समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान एवं किसानों को तकनीक से जोड़ने का अभियान कारगर साबित हुआ है.
गन्ना उपज बढ़ने के साथ किसानों की आमदनी में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई है. गत चार वर्षों में पूर्वांचल में गन्ना की औसत उपज 652.72 कुंतल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 722 कुंतल प्रति हेक्टेयर हो गई है. उपज में बढ़ोत्तरी से किसानों को 22,512 रुपए प्रति हेक्टेयर की आमदनी हुई है. इससे पूर्वांचल के किसानों की कुल आमदनी में 1,290 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है.
पूर्वांचल के किसानों को समृद्ध करने के लिए यूपी सरकार ने किसानों को 70 लाख कुंतल बीज मुहैया कराया जबकि 5 लाख हेक्टेयर में ट्रेंच विधि से बुआई की गई. इसके अलावा 4 लाख हेक्टेयर में सहफसली खेती व 4,042 हेक्टेयर में ड्रिप सिंचाई संयंत्र स्थापित किए गए. सरकार के इन प्रयासों से किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी हुई है.
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