रिचर्ड वर्मा (फाइल चित्र)
भारत में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है जो सबको दिखता है। भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था अमेरिका के पूर्व राजनयिक की यह बात मायने रखती है। अगले 10 साल में बुनियादी ढांचागत विकास पर करीब 2000 अरब डॉलर खर्च किए जाएंगे।
2015 से 2017 तक भारत में अमेरिका के राजदूत रहे रिचर्ड वर्मा भारत की प्रगति को देखकर इतने आशान्वित हैं कि 2030 में भारत को विश्व के नेता के रूप में देखते हैं। पूर्व अमेरिकी राजनयकि ने कहा है कि भारत की आबादी सबसे ज्यादा है, यहां स्नातकों की संख्या सबसे ज्यादा है, यहां सबसे ज्यादा लोग मोबाइल फोन तथा इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए इसमें संदेह नहीं है कि आने वाले 10 साल में भारत दुनिया का सिरमौर होगा। रिचर्ड वर्मा का स्पष्ट कहना है कि 2030 तक भारत संभवत: सभी क्षेत्रों में दुनिया की अगुवाई करेगा। उन्होंने संकेत देते हुए यह भी कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र साथ मिलकर बहुत कुछ करने की ताकत रखते हैं।
रिचर्ड वर्मा ने यह बात यहां एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में कही। उन्होंने आगे कहा कि भारत में बड़ी संख्या में लोग मध्यम वर्ग के हैं, इस देश में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना है, यहां की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर पर है, साथ ही इस देश में 25 साल से कम उम्र के 60 करोड़ लोग हैं। ये सब बातें इशारा करती हैं कि भारत में क्षमता है, वह 2030 में दुनिया का नेता बन सकता है।
रिचर्ड वर्मा ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में लोग मध्यम वर्ग के हैं, इस देश में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना है, यहां की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर पर है, साथ ही इस देश में 25 साल से कम उम्र के 60 करोड़ लोग हैं। ये सब बातें इशारा करती हैं कि भारत में क्षमता है, वह 2030 में दुनिया का नेता बन सकता है।
उनका मानना है कि भारत में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है जो सबको दिखता है। अगले 10 साल में बुनियादी ढांचागत विकास पर करीब 2000 अरब डॉलर खर्च किए जाएंगे। अभी 2030 के लायक जरूरी बुनियादी ढांचा खड़ा होना है। आज करीब 100 नए हवाईअड्डे बनाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। उनके से कई बन भी रहे हैं। रिचर्ड ने भारत—अमेरिका संबंधों के संदर्भ में कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों में मिलकर काम करने की बहुत संभावनाएं हैं।
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