उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग अब तक 65 प्रतिशत किताबों का मुद्रण करा कर जिलों में भेज चुका हैं. जनपदों में यह किताबें छात्रों को वितरित की जा रही हैं. आगामी दस दिनों में शेष पुस्तकों को छपवा लिया जाएगा.
बेसिक शिक्षा विभाग, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, राजकीय एवं सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल, माध्यमिक विद्यालयों एवं सहायता प्राप्त मदरसों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों व कार्य पुस्तिकाओं का वितरण कराता है. पिछले सत्र में परिषदीय विद्यालयों के 1,83,72,932 छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के साथ कार्य पुस्तिकाएं वितरित की गई थीं जबकि वर्तमान सत्र 2021-22 में 1 करोड़ 85 लाख से अधिक छात्रों को पुस्तकों का वितरण किया जाना है.
पाठ्य पुस्तक अधिकारी श्याम किशोर तिवारी ने बताया कि पुस्तकों के मुद्रण का कार्य तेजी से किया जा रहा है. कक्षा एक से आठ तक के छात्रों की 65 प्रतिशत किताबों को मुद्रण पूरा हो चुका है. शेष 35 प्रतिशत किताबों का मुद्रण अगस्त के दूसरे सप्ताह तक पूरा हो जाएगा. किताबों को जिलों में भेजने का काम भी तेजी से किया जा रहा है ताकि जिलों से छात्रों तक किताबें जल्दी पहुंच सकें. पुस्तक वितरण में शिक्षकों को लगाया गया है, जो छात्रों के घर जाकर किताबें पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में पिछले सत्र 2020-21 में 1,59,44,042 छात्रों को सरकार की ओर से नि:शुल्क जूता मोजा व स्वेटर वितरित किए गए थे. इसके अलावा 1.83 करोड़ छात्र-छात्राओं को निशुल्क स्कूल बैग बांटे गए थे.
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