समुद्र तल से 3,524 मीटर यानी 11,562 फुट की ऊंचाई पर बसा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां के सभी पात्र लोगों को कारोना—रोधी टीका की पहली खुराक लगा दी गई है।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां के सभी पात्र लोगों को कोरोना—रोधी टीका की पहली खुराक दे दी गई है। राज्य में लगभग पौने तीन लाख की आबादी रहती है। आंकड़ों के अनुसार 18-44 वर्ष के सभी पात्र आयु वर्ग के कुल 89,404 लोगों को कोरोना—रोधी टीका की पहली खुराक दी गई। दूसरी खुराक 60,936 लोगों को दी गई। बता दें कि लद्दाख बहुत ही दुर्गम जगह है। वहां का मौसम भी कभी भी खराब हो जाता है। इन सबके बावजूद सभी पात्र लोगों को टीका देने का काम पूरा करना बड़ी उपलब्धि है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने टीका की कमी नहीं होने दी। इस कारण टीका करने वालों में उत्साह की कमी नहीं हुई और वे लोग दुर्गम स्थानों पर भी टीका लगाने में सफल रहे। अच्छी बात यह हुई कि प्रदेश में रहने वाले बाहर के लोगों को भी टीका लगाया गया। उल्लेखनीय है कि लद्दाख में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग बड़ी संख्या में हैं। इनमें से बहुत भारत के अन्य हिस्सों में रहने वाले हैं।
लद्दाख की इस उपलब्धि पर वहां के सांसद और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष जामयांग सेरिंग नामग्याल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करते हुए ट्वीट किया है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्वास्थ्य मंत्रालय और कोविड के सभी योद्धाओं के प्रयासों से लद्दाख देश का ऐसा पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया, जहां के सभी पात्र लोगों को कोविड-19 की पहली ख़ुराक दे दी गई है।"
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