इन दिनों पटियाला के धामोमाजरा में एक नाले की सफाई जड़ी—बूटियों के घोल से की जा रही है। इसका बहुत ही अच्छा परिणाम निकल रहा है। नाले की बदबू खत्म हो गई है और जल—जमाव के कारक तत्व भी खत्म हो रहे हैं।
अब तक मशीन से नाले की सफाई होती थी, लेकिन अब इसमें जड़ी—बूटियों का भी प्रयोग होने लगा है। इन दिनों यह प्रयोग पंजाब के पटियाला में धामोमाजरा के एक नाले की सफाई में किया जा रहा है। इस नाले में जड़ी—बूटियों से बने घोल, जिसे 'काउनामिक्स हर्बल कंसंट्रेट' कहा जाता है, को दो महीने से प्रतिदिन एक समान म़ात्रा में डाला जा रहा है। इसका बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम सामने आ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दो महीने पहले नाले के पास रहने वालों को बहुत ही दिक्कत होती थी।
बदबू के कारण लोग परेशान थे। अब ऐसा नहीं हो रहा है। बदबू लगभग समाप्त हो चुकी है। अभी और दो महीने तक यह घोल डाला जाएगा। इस घोल को 'वैदिक सृजन' नामक कंपनी तैयार करती है। घोल में आक, आंवला, बबूल, अर्जुन, बरगद, चितावर,वन नींबू, भोटिया बादाम और ब्राह्मी आदि मिलाए जाते हैं।
दावा किया जा रहा है कि इस घोल से नाले के प्रवाह को बाधित करने वाले तत्व भी खत्म हो जाते हैं और नाला पूरी तरह साफ हो जाता है। उम्मीद है कि यह प्रयोग पूरी तरह सफल रहेगा और देश—दुनिया को जड़ी—बूटियों की ताकत का अनुभव एक बार फिर से होगा।
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