पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। अभिजीत 2012 और 2014 में कांग्रेस के टिकट पर राज्य के जंगीपुर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। 2019 में भी कांग्रेस ने उन्हें इसी सीट से टिकट दिया था, लेकिन वे हार गए। तृणमूल में शामिल होने पर उनकी छोटी बहन शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ‘दुखद’ बताया है।
अभिजीत कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में सोमवार पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान लोकसभा में तृणमूल संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी उपस्थित थे। तृणमूल में शामिल होने के बाद अभिजीत ने कहा, “प्राथमिक सदस्यता के अलावा मुझे कांग्रेस पार्टी के किसी समूह या पद में शामिल नहीं किया गया था। मैं एक सैनिक के रूप में टीएमसी में शामिल हुआ हूं। मैं पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम करूंगा। मैं अखंडता और धर्मनिरपेक्षता बनाए रखने के लिए काम करूंगा।”
दरअसल, अभिजीत बंगाल विधानसभा चुनाव में वामदलों के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं थे। वे चाहते थे कि कांग्रेस ममता बनर्जी की पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरे। हालांकि उन्होंने इसे अपना निजी विचार बताया था। लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद उन्होंने कहा था कि अच्छा होता अगर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ती, कम से कम वोट प्रतिशत तो ठीक रहता। साथ ही, उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और उनके फैसलों का भी विरोध किया था।
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