गोल्डन वीसा प्रदर्शित करते हुए डॉ. पिल्लै
आयुर्वेद पद्धति को विश्वभर में अपनाया जा रहा है। भारत के लिए यह गौरव की बात है। गोल्डन वीसा पाने वाले दोनों आयुर्वेद चिकित्सकों ने
भारत के आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र के लिए यह गौरव की बात है कि दो भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सकों को संयुक्त अरब अमीरात का जाना—माना गोल्डन वीसा दिया गया है। 26 जून के खलीज टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यूएई की संस्था फेडरल अथॉरिटी फॉर आइडेंटिटी एंड सिटिजनशिप ने मूलत: केरल के डॉ. श्याम विश्वनाथन पिल्लै और डॉ. जसना जमाल को गोल्ड वीजा दिया है। अबू धाबी में बुर्जील डे सर्जरी सेंटर की वैद्यशाला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पिल्लै को 17 जून को चिकित्सा व्यवसायियों और डॉक्टरों की श्रेणी के अंतर्गत गोल्डन वीजा दिया गया है।
26 जून के खलीज टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यूएई की संस्था फेडरल अथॉरिटी फॉर आइडेंटिटी एंड सिटिजनशिप ने मूलत: केरल के डॉ. श्याम विश्वनाथन पिल्लै और डॉ. जसना जमाल को गोल्ड वीजा दिया है।
गोल्डन वीसा के संदर्भ में डॉ. पिल्लै ने कहा, "आयुर्वेद और आयुर्वेद चिकित्सकों को इस तरह के समर्थन के लिए यूएई के प्रशासकों और नीति निर्माताओं के प्रति मेरा हार्दिक आभार।" डॉ. पिल्लै केरल के कोल्लम जिले के हैं जो 2001 में दुबई गए थे।
दुबई के अल ममजार की रहने वाली डॉक्टर जसना जमाल को 24 जून को गोल्डन वीसा दिया गया। उन्होंने भी खुशी जताते हुए कहा, "उपर वाले की कृपा से, मुझे गोल्डन वीसा से सम्मानित किया गया है। यह बहुत खुशी की बात है…मैं इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए यूएई के नेताओं को हार्दिक धन्यवाद देती हूं।" डॉ. जसना भी केरल के त्रिशूर जिले की रहने वाली हैं और पिछले 12 साल से यूएई में रह रही हैं।
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