भारत ने सोमवार को ओडिशा के तट पर अग्नि श्रृंखला की एक नई मिसाइल अग्नि-प्राइम का सफल परीक्षण किया है। यह अग्नि श्रृंखला की उन्नत मिसाइल है, जो 2,000 किलोमीटर तक सटीक मार करने में सक्षम है। परमाणु वारहेड वाले इस अत्याधुनिक मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने तैयार किया है।
ओडिशा के चांदीपुर तट से सुबह 10:55 बजे इस अत्याधुनिक मिसाइल का परीक्षण किया गया। अग्नि प्राइम को 4,000 किमी तक मार करने वाली अग्नि-4 तथा 5,000 किमी तक मार करने में सक्षम अग्नि-5 की तकनीक को मिलाकर तैयार किया गया है। भारत बीते तीन दशक के दौरान अग्नि की पांचों श्रेणियों का परीक्षण कर चुका है। अग्नि प्राइम इसी अग्नि श्रृंखला की नई और आधुनिक मिसाइल है। डीआरडीओ के अधिकारियों के मुताबिक, पूर्वी तट पर परिष्कृत अत्याधुनिक निगरानी राडारों और टेलिमेट्री स्टेशनों से मिसाइल की निगरानी की गई। इसका परीक्षण सफल रहा और इसने अभियान के सभी उद्देश्यों को पूरा किया।
क्या है खासियत
अग्नि-प्राइम एक अत्याधुनिक मिसाइल है, जो सतह से सतह पर मार कर सकती है। यह 1,000 से 2,000 किमी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। एकल चरण वाले अग्नि-1 के विपरीत दो चरणों और ठोस ईंधन पर आधारित इस मिसाइल को सड़क और लांचर, दोनों ही जगहों से दागा जा सकता है। इसमें अग्नि-4 और 5 की खूबियां शामिल हैं। अग्नि श्रेणी की अन्य मिसाइलों की तुलना में अग्नि प्राइम बहुत छोटी और हल्की है। इसमें कई नई तकनीकों का समावेश किया गया है। यह बैलिस्टिक मिसाइल आधुनिक साजो-सामान से सुसज्जित है और अपने साथ परमाणु बम ले जाने में भी सक्षम है। एडवांस रिंग लेजर गैरोस्कोप पर आधारित है, जिसे नेविगेशन प्रणाली द्वारा निर्देशित किया जाता है। इसकी मारक क्षमता पूर्व की मिसाइलों से अधिक है। यह मिसाइल अग्नि-1 का स्थान लेगी। बता दें कि भारत ने पहली बार 1989 में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का परीक्षण किया था।
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