आज उत्तर प्रदेश की एटीएस ने दिल्ली में मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने अब तक 1,000 से अधिक हिंदुओं का लोभ—लालच या डरा—धमका कर कन्वर्जन किया है।
त्तर प्रदेश के नोएडा, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, मथुरा आदि में हिंदुओं को मुसलमान बनाने के काम में लगे में मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी की गिरफ्तारी से कई सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि कन्वर्जन के लिए इन दोनों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से पैसा मिलता था। यह भी कहा जा रहा है कि इन्होंने अब तक 1,000 हिंदुओं को मुसलमान बनाया है। इनमें गरीब और पिछड़ों के साथ ही बेघर, मूक-बधिर और बेसहारा महिलाएं शामिल हैं।
पिछले दिनों गाजियाबाद में दर्ज एक मामले की जांच के दौरान इनके बारे में पता चला था। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार के अनुसार, गिरफ्तार कर आरोपियों को लखनऊ लाया जा रहा है। मुख्य आरोपी पहले हिंदू था। कुछ समय पहले वह मुसलमान बना था और अब हिंदुओं को मुसलमान बनाने का काम करता है। प्रशांत कुमार के अनुसार, नोएडा के एक मूक बधिर विद्यालय के भी 18 बच्चों का कन्वर्जन कराया गया है। यह काम दो साल से चल रहा था। लोगों को डरा धमका कर और लालच देकर धर्मांतरण करवाया जाता था।
मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी, ये दोनों दिल्ली के जामिया नगर में रहकर कन्वर्जन का काम करते थे। अब यह पता लगाया जा रहा है कि इन दोनोंं के पीेछे और कौन लोग या संगठन हैं।
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