डॉ अम्बा शंकर बाजपेयी
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से सत्तारूढ़ तृणमूल पार्टी द्वारा जारी राजनीतिक हमलों—हत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में नदिया जिले में भाजपा के 19 वर्षीय युवा कार्यकर्ता राज देबनाथ पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडे मोहम्मद बिटन शेख और उसके गैंग ने जानलेवा हमला किया तो वहीं उत्तर 24 परगना में भी एक कार्यकर्ता को उसके घर से अगवा कर लिया गया
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल पार्टी द्वारा जारी राजनीतिक हमलों—हत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में नदिया जिले में भाजपा के 19 वर्षीय युवा कार्यकर्ता राज देबनाथ पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडे मोहम्मद बिटन शेख और उसके गैंग ने जानलेवा हमला किया। हमले के बाद से देबनाथ की हालात गंभीर बनी हुई है।
गौरतलब है कि देबनाथ पर जानलेवा हमला पहली बार हुआ हो, ऐसा नहीं है। बिटन शेख व उसके गैंग द्वारा बीती 17 अप्रैल को भी हमला किया जा चुका है। इस हमले में देबनाथ को इन जिहादियों ने इतना मारा था कि मरा समझकर छोड़कर चले गए। पर वह किसी तरह बच गए। जब इसकी भनक मोहम्मद शेख व उसके गैंग को लगी कि देबनाथ जिंदा है तो फिर से इन अराजक तत्वों ने देबनाथ पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले के बाद परिजनों ने उन्हें नदिया के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहाँ हालत नाजुक बनी हुई है।
एक और कार्यकर्ता को किया है अगवा
राज्य में तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को चुन—चुनकर मारने, अपहरण करने के बाद उनकी हत्या की जा रही हैं। इसी क्रम में बीते दिनों 24 उत्तर परगना के हालिसहर में तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने भाजपा के एक युवा कार्यकर्ता को उसके घर से अगवा कर लिया। पर आज तक पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी। उसका अपहरण क्यों किया गया ? कहां रखा गया है ? इसकी कोई जानकारी नहीं है।
राज्य में बना भय का वातावरण
विधानसभा चुनाव के बाद से पूरे प्रदेश में हुई राजनीतिक हिंसा,आगजनी व तोड़फोड़ की असंख्य घटनाओं से भय का ऐसा वातावरण बन गया है कि विभिन्न इलाकों से लोगों ने पलायन किया हुआ है। लाखों लोग सीमांत प्रदेशों में शरण लिए हुए हैं। करोड़ों रुपए की संपत्ति और दुकान—मकान और प्रतिष्ठानों को तृणमूल के गुंडों ने जलाकर राख किया। भाजपा के आधिकारिक बयान के अनुसार अभी तक उसके 45 कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो चुकी हैं।
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